इस तीज को हरियाली तीज या श्रावणी तीज भी कहा जाता है. इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा और व्रत किया जाता है. इस दिन सुहागिन महिलाएं देवी मां पार्वती को सुहाग और श्रृंगार क चीजें अर्पित करती है. इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं. साथ ही पूरे सोलह श्रृंगार कर के भोले बाबा और मां पार्वती की पूजा करती हैं. इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती है. यह त्योहार उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार, मध्य प्रदेशस और झारखंड में ज्यादा मनाया जाता है.
ऐसे तैयार करें पूजा सामग्री
हरियाली तीज की पूजा के लिए सबसे पहले मां पार्वती और शिवजी की मूर्ति रखें. साथ ही एक आसन भी तैयार करें. वहीं पूजा सामग्री के लिए आप पीला वस्त्र, कच्चा सूत, नए वस्त्र, केला के पत्ते, बेलपत्र, भांग, धतूरा, शमी के पत्ते, जनेऊ, जटा नारियल, सुपारी, कलश, अक्षत या चावल, दूर्वा घास, घी, कपूर, अबीर-गुलाल, श्रीफल, चंदन, गाय का दूध, गंगाजल, दही, मिश्री, शहद, पंचामृत रखें.
मां पार्वती को अर्पण करें ये चीजें
मां पार्वती को सुहाग का सामान अर्पित करने के लिए एक हरे रंग की साड़ी, चुनरी और सोलह श्रृंगार से जुड़े सुहाग के सामान में सिंदूर, बिंदी, चूड़ियां, माहौर, खोल, कुमकुम, कंघी, बिछुआ, मेहंदी, दर्पण और इत्र जैसी चीजों को अर्पण करें.
ऐसे करें व्रत
इस दिन आप ब्रह्मा मुहूर्त में उठें. फिर आप स्नान करके हरे रंग के कपड़े पहनें. पूजा के आसन और मंदिर को गंगाजल से साफ करें. आसन हमेशा लाल या सफेद रंग का ही लें. अब आप आसन पर भगवान शिव, मां पार्वती और गणेश भगवान की मूर्तियां रखें. फिर दिपक जलाएं. सबसे पहले भगवान गणेश की वंदना करें. अब आप तांबे का कलश रखें और उसके चारों और कलावा लपेटें. कलश पर सुपारी, कुमकुम, हल्दी और गंगाजल रखें. फिर आम के पत्तों को कलश पर रखें. अब नारियल रखें. भगवान शिव को धतूरा, चंदन और सफेद फूल चढ़ाएं जबकि मां पार्वती को लाल फूल, सुहाग सामग्री चढाएं. अब भगवान को प्रसाद चढ़ाएं. कथा पढ़ें और आरती करें.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं. न्यूज नेशन इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)