जीवन के विघ्नों को हरने वाले विघ्नहर्ता, बाधा दूर करके मंगलकार्य पूर्ण करने वाले मंगलमूर्ति भगवान श्रीगणेश का नाम किसी भी पूजा या शुभ कार्य में सर्वप्रथम लिया जाता है. घर, दुकान या किसी भी अन्य जगह उनकी मूर्ति या तस्वीर अवश्य रखी जाती है ताकि सब मंगल हो. भगवान गणेश की आराधना धन व ज्ञान की प्राप्ति के लिए भी की जाती है, क्योंकि श्रीगणेश धन की देवी मां लक्ष्मी और ज्ञान की देवी मां सरस्वती से जुड़े हुए है.
कैसा है भगवान गणेश का स्वरूप ?
भगवान गणेश के रूप की बात करें तो उनका सिर गज: यानी हाथी का है जो ताकत का प्रतीक है. उनका पेट एक साहूकार और ब्राह्मण की तरह दिखता है जो कि धन और ज्ञान का चिन्ह है. हाथ में धारण किया पर्श परेशानियों को तोड़-तोड़ कर सुलझाता है और दूसरे हाथ में धारण किया गया पाश अच्छे विचारों को जोड़ता है. श्रीगणेश की सवारी चूहा है, जो दिखने में छोटा है और उसे परेशानियों का प्रतीक माना गया है. जिस पर सवार होकर गणपति उन्हें यानी परेशानियों को नियंत्रित किए हुए हैं. इसी कारण गणपति की आराधना करने से सुख, समृद्धि व ज्ञान की प्राप्ति होती है.
आइए जानते हैं श्री गणेश की किस प्रतिमा की पूजा करनी चाहिए?
भगवान गणेश की इस प्रतिमा की करें पूजा-
हमेशा भगवान गणेश की उस प्रतिमा की पूजा करनी चाहिए जिसमें उनकी सूंड बाईं ओर घूमी हुई हो. ऐसा इसलिए क्योंकि बाएं सूंड वाले गणेश जी जल्दी प्रसन्न होते है. वहीं दाएं सूंड वाले गणेश जी को थोड़ा हठी माना जाता है.
घर और ऑफिस में रखें श्री गणेश की ऐसी प्रतिमा -
हमेशा यह ध्यान रखें कि घर में भगवान गणेश की बैठी हुई प्रतिमा और कार्यस्थल पर खड़ी हुई प्रतिमा का रखना शुभ होता है. वहीं भगावन गणेश की सफेद मूर्ति रखना अच्छा माना गया है, क्योंकि ये सुख-शांति का प्रतीक है. यदि किसी मनोकामना के लिए श्री गणेश की पूजा कर रहे हैं तो सिंदूरी रंग के गणेश जी की पूजा करें.
गणेश जी की मूर्ति में इस बात का ध्यान रखें -
जब भी भगवान गणेश की मूर्ति खरीदें तो इस बात का अवश्य ध्यान रखें कि गणेश जी के हाथ में मोदक और उनके पैर के पास चूहा अवश्य हो. मान्यता है कि ऐसी मूर्ति घर में बरकत लाती है.
घर में किस दिशा में रखें बप्पा की मूर्ति -
घर में हमेशा भगवान गणेश की प्रतिमा को उत्तर-पूर्व वाले कोने में रखना चाहिए. इस कोर्ण में बप्पा की मूर्ति रखना अत्यंत शुभ माना गया है. अगर घर में यह कोना न हो तो पूर्व-पश्चिम दिशा में मूर्ति स्थापित कर सकते हैं.
घर के मुख्य द्वार पर ऐसे लगाएं श्री गणेश की मूर्ति -
घर के मुख्य द्वार पर भगवान गणेश की मूर्ति लगाते समय ध्यान रखें कि गेट के दोनों तरफ़, यानी उसके ठीक पीछे दूसरी मूर्ति भी लगाएं. दोनों मूर्तियों की पीठ आपस में मिली रहे. ऐसा करने से घर में परेशानियां नहीं आती हैं.
भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करते समय इस बात का रखें ध्यान -
- भगवान गणेश की मूर्ति को घर में कभी भी दक्षिण दिशा की ओर न लगाएं.
- बाथरूम की दीवार पर कभी भी भगवान गणेश की मूर्ति या फोटो न लगाएं.
- कभी गणेश जी की फोटो या प्रतिमा घर की सीढ़ियों के पास न लगाएं.
- यदि घर में भगवान गणेश की कई मूर्तियां है तो सभी को अलग-अलग जगहों पर लगाएं.
Source : Rashmi Sinha