आषाढ़ शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा (Guru Purnima) कहते हैं. हिंदू कैलेंडर के मुताबिक, इस बार गुरु पूर्णिमा 16 जुलाई को है. इस बार गुरु पूर्णिमा कई मायनों में खास है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस बार गुरु पूर्णिमा मंगलवार के दिन पड़ रही है और दूसरा सबसे बड़ा कारण ये है कि इस बार गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण भी लग रहा है तो लगभग तीन घंटे तक चलेगा.
मान्यताओं के अनुसार, इसी दिन महाभारत और चार वेदों के रचयिता महर्षि कृष्ण द्वैपायन व्यास यानि महर्षि वेद व्यास का जन्म हुआ था. इसी वजह से गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा भी कहते हैं.
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क्या है गुरु पूर्णिमा का महत्व?
गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु की पूजा का विधान है. कहते हैं कि गुरु के बिना ज्ञान की प्राप्ति नहीं हो सकती है. इसीलिए इन्हें भगवान से भी ऊपर का दर्जा दिया जाता है. गुरुकुल में रहने वाले विद्यार्थी इस दिन अपने गुरु की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं. वहीं इस दिन मंत्रों का जाप भी करना चाहिए. पंडित सुरेंद्र बिल्लौरे के मुताबिक इस दिन किस राशि के हिसाब से कौनसा मंत्र का जाप करना चाहिए, आइए जानते हैं-
मेष राशि वाले करें इस मंत्र का जाप : 'ॐ अव्ययाय नम:' का जाप करें व लाल वस्त्र भेंट करें.
वृषभ राशि वाले करें इस मंत्र का जाप : 'ॐ जीवाय नम:' का जाप करें व सफेद वस्त्र भेंट करें.
मिथुन राशि वाले करें इस मंत्र का जाप : 'ॐ धीवराय नम:' का जाप करें व हरा वस्त्र भेंट करें.
कर्क राशि वाले करें इस मंत्र का जाप : 'ॐ वरिष्ठाय नम:' का जाप करें व क्रीम वस्त्र भेंट करें.
सिंह राशि वाले करें इस मंत्र का जाप : 'ॐ स्वर्णकायाय नम:' का जाप करें व गुलाबी वस्त्र भेंट करें.
कन्या राशि वाले करें इस मंत्र का जाप : 'ॐ हरये नम:' का जाप करें व हरा व पीला मिश्रित वस्त्र भेंट करें.
तुला राशि वाले करें इस मंत्र का जाप : 'ॐ विविक्ताय नम:' का जाप करें व खादी वस्त्र भेंट करें.
वृश्चिक राशि वाले करें इस मंत्र का जाप : 'ॐ जीवाय नम:' का जाप करें व धोती का भेंट करें.
धनु राशि वाले करें इस मंत्र का जाप : 'ॐ जेत्रे नम:' का जाप करें व सोने की भेंट करें.
मकर राशि वाले करें इस मंत्र का जाप : 'ॐ गुणिने नम:' का जाप करें व पंचधातु व वस्त्र भेंट करें.
कुंभ राशि वाले करें इस मंत्र का जाप : 'ॐ धीवराय नम:' का जाप करें व ऊनी वस्त्र भेंट करें.
मीन राशि वाले करें इस मंत्र का जाप : 'ॐ दयासाराय नम:' का जाप करें व नीला वस्त्र भेंट करें.
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गुरु पूर्णिमा के दिन सुबह स्नान करें और साफ कपड़े पहनें. फिर घर के मंदिर में चौकी पर सफेद कपड़ा बिछाकर उस पर 12-12 रेखाएं बनाकर व्यास-पीठ बनाएं. इसके बाद 'गुरुपरंपरासिद्धयर्थं व्यासपूजां करिष्ये' मंत्र का उच्चारण करें. गुरु पूर्णिमा के दिन खीर का प्रसाद वितरण करना अत्यंत शुभ माना गया है. ऐसे में खीर बनाकर आपको परिवार के साथ खानी चाहिए.
Source : News Nation Bureau