देशभर में हनुमान जयंती धूमधाम के साथ मनाई जा रही है. लोग बड़े ही श्रद्धा-भाव से सिद्धिपीठ हनुमान मंदिर पहुंच रहे है. सुबह से हनुमान मंदिरों में दर्शन के लिए भक्तों का तांता लगा हुआ है. विश्व में भक्ति और शक्ति के आदर्श वीर हनुमान भगवान राम के भक्त थे. माता अंजनि के पुत्र हनुमान को पवन पुत्र कहा जाता है. धर्म शास्त्रों के अनुसार चैत्र मास की पूर्णिमा के दिन भगवान हनुमान का जन्म हुआ था. इस पर्व को हनुमान जयंती के रूप में पूरे देश में मनाया जाता है. हनुमान भक्तों के लिए कहा जाता है कि इस दिन हनुमान जी की पूजा करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है. हनुमान जी को भगवान शिव के अवतार के रुप में भी जाना जाता है.
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हनुमान जंयती का शुभ मुहूर्त
19 अप्रैल की शाम 07 बजकर 30 मिनट तक चित्रा नक्षत्र रहेगा. इसके साथ ही दोपहर पहले 11 बजकर 32 मिनट तक खुशी प्रदान करने वाला हर्षण योग और शाम 04 बजकर 42 मिनट तक धार्मिक कार्यों के लिये शुभ राज योग भी रहेगा.
पूजन सामग्री
एक चौकीएक, लाल कपड़ा, हनुमान जी की मूर्ति या फोटो, एक कप अक्षत, घी से भरा एक दीय, कुछ ताजे फूलचंदन या रोली, गंगाजल, कुछ तुलसी की पत्तियां, एक धूप, नैवेद्य (गुड और भुने चने).
ऐसें करें हनुमान जी की पूजा
- ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सभी कामों ने निवृत्त होकर स्नान करें. इसके बाद हनुमान जी को ध्यान कर हाथ में गंगाजल लेकर व्रत का संकल्प करें.
- साफ-स्वच्छ वस्त्रों में पूर्व दिशा की ओर भगवान हनुमानजी की प्रतिमा को स्थापित करें. विनम्र भाव से बजरंग बली की प्रार्थना करें.
- एक चौकी पर अच्छी तरह से लाल कपड़ा बिछा दें. चौकी पर हनुमान जी की मूर्ति या फोटो लगाएं.
- ध्यान रखना चाहिए कि कोई भी पूजा भगवान गणेश को सर्वप्रथम नमन किए बिना पूरी नहीं होती है.
- दीया और धूप जलाएं, हनुमान जी को लाल और राम जी को पीले फूल अर्पित करें.
- लड्डुओं के साथ साथ तुलसी दल भी अर्पित करें.
- पहले श्री राम के मंत्र 'राम रामाय नमः' का जाप करें. फिर हनुमान जी के मंत्र 'ॐ हं हनुमते नमः' का जाप करें.
Source : News Nation Bureau