Hariyali Teej: आज देश में हरियाली तीज का त्यौहार है. इस दिन हर सुहागिन अपने पति की लंबी उम्र की कामना करती है. ये दिन भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित होता है. कुवारी लड़कियां ही मनचाहे वर की प्राप्ति के लिए इस व्रत को श्रद्धा-भाव से करती हैं. हरियाली तीज पर आपको कैसे पूजा करनी है और किस मूहुर्त में करनी है, इस बात की पूरी जानकारी नीचे दी जा रही है.
हापुड़ में हरियाली तीज मनाती महिलाएं-
हरियाली तीज शुभ मुहूर्त?
हरियाली तीज का शुभ मुहूर्त 3 अगस्त को 1.36 बजे से लग रहा है और 22.05 बजे यानी रात 10 बजे समाप्त होगा. हरियाली तीज का व्रत भाद्रपद शुक्ल की तृतीया को करने का विधान है.
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यह व्रत द्वितीया और तृतीया तिथि के बीच न होकर अगर चतुर्थी के बीच हो तो अत्यंत शुभकारी माना जाता है, क्योंकि द्वितीया तिथि पितरों की तिथि और चतुर्थी तिथि पुत्र की तिथि मानी गई. इस व्रत को करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है.
ऐसे करें पूजा
व्रत करने वाली स्त्रियों को चाहिए की व्रत के दिन सायंकाल घर को तोरण आदि से सुशोभित कर आंगन में कलश रख कर उस पर शिव और गौरी की प्रतिष्ठा बनाएं. उनका विधि-विधान से पूजन करें. मां गौरी का ध्यान कर इस मंत्र का यथासंभव जप करें- 'देवि देवि उमे गौरी त्राहि माम करुणा निधे, ममापराधा छन्तव्य भुक्ति मुक्ति प्रदा भव.' हरियाली तीज की पूजा के दौरान कथा सुनने का विशेष महत्व होता है. कथा सुनने के वक्त मन में पति या भगवान शिव का ही स्मरण रहे.
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ऐसे मनाई जाती है हरियाली तीज
महिलाओं को इस दिन सोलह श्रृंगार करती हैं. वहीं लड़कियों को भी अच्छे से तैयार होकर भगवान शिव और माता गौरी की पूजा करती हैं. इस दिन पैरों में आलता और हाथों में मेहंदी लगवाना महत्वपूर्ण माना जाता है. हरियाली तीज के दिन महिलाएं पूजन आदि के साथ लोक गीत, गाना-नाचना और झूला भी झूलती हैं.
HIGHLIGHTS
- हरियाली तीज का त्यौहार आज.
- आज के दिन शिव पार्वती की पूजा करने से पति को मिलती है लंबी उम्र.
- जानें, कब है पूजा करने का शुभ मुहूर्त और कैसे करनी है पूजा