माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी को बसंत पंचमी मनाई जा रही है. आज कुंभ (Kumbh)महापर्व का तीसरा और आखिरी शाही स्नान ( shahi snan) है. अनुमान है कि आखिरी शाही स्नान में 2 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाएंगे. हिंदू मान्यता के अनुसार प्रयाग में सरस्वती की धारा भी अदृश्य रूप में प्रवाहित होती. गंगा, यमुना के साथ सरस्वती का नाम जुड़ने से ही संगम को त्रिवेणी कहा जाता है.पंचमी तिथि 2 बजकर 9 मिनट तक है इसलिए यह स्नान दान का सबसे अच्छा समय है. इस दिन संगम में डूबकी लगाने से मां सरस्वती की कृपा बरसती है.
मान्यता है कि जो व्यक्ति मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या के बाद तीसरे शाही स्नान बसंत पंचमी पर भी त्रिवेणी स्नान करता है, उसे पूर्ण कुंभ (Kumbh)स्नान का फल मिलता है.
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शाही स्नान को देखते हुए 9 फरवरी की रात 12 बजे से दोपहिया वाहनों पर रोक लगा दी गई है. उधर मेला क्षेत्र में जरूरी वाहनों को छोड़कर अन्य वाहनों की इंट्री शुक्रवार सुबह आठ बजे से ही रोक दी गई. इसके साथ ही पूरे इलाके में सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता कर दी गई है.
बता दें कि साल 2013 को इसी दिन कुंभ (Kumbh)मेवे (Kumbh Mela) के दौरान इलाहाबाद रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मची थी. जिसमें 36 लोग मारे गए थे जबकि 39 लोग जख्मी हो गए थे. जिसे देखते हुए इस बार प्रशासन ने व्यवस्था का पूरा ख्याल रखा है.
Source : News Nation Bureau