प्रयागराज में एक तरफ दिव्य कुंभ का आयोजन चल रहा है तो वहीं धार्मिक आस्था के इस सबसे बड़े महासागर से राम मंदिर निर्माण की मांग और भी मुखर हो रही है. ऐसे में विश्व हिन्दू परिषद ने राम मंदिर की रेप्लिका श्रद्धालुओं के बीच रखी है और ये दर्शाने का प्रयास किया है की राम मंदिर कुछ ऐसा होगा. तो दूसरी तरफ श्रद्धालु राम मंदिर को देखकर तो बेहद खुश है पर राम मंदिर निर्माण में देर से निराश नजर भी आए.
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए मांग कर रहे साधु-संतों की ओर से प्रयागराज में चल रहे कुंंभ में परम धर्म संसद का आगाज हो चुका है. अगले तीन तक प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले में परम धर्म संसद का आयोजन होगा. यह परम धर्म संसद शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती की ओर से की जा रही है. इस चर्चा में देश भर से 1008 से संत और उनके प्रतिनिधि शामिल हो रहे है. शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के आह्वाहन पर ये धर्म संसद आयोजित किया गया है.
प्रयागराज में धर्म संसद को आयोजित करने वाले शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा की इस धर्म संसद में सनातन धर्म से जुड़े जो भी समस्याए है उसका निराकरण किया जायेगा और इस पर धर्म संसद के अंतिम दिन अध्यादेश पेश किया जाएगा.
इसके अलावा राम मंदिर पर जो सरकार का रवैया है उस पर आज आलोचना की जा रही है और जो भी बिल पास होगा उसे हम सरकार तक भेजेंगे. तीन दिनों तक चलने वाले धर्म संसद के हर सत्र के समापन पर खुद शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती मौजूद रहेंगे। इस धर्मसंसद को शीतकालीन सत्र धर्मसंसद बताया जा रहा है.
कुंभ मेले में काशी विश्वनाथ मंदिर के भी दर्शन श्रद्धालुओं को उपलब्ध हो रहे है क्योंकि काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट ने कुंभ मेले के सेक्टर नंबर 15 में काशी विश्वनाथ मंदिर की तरह एक मंदिर का निर्माण किया और महा प्रसाद की भी व्यवस्था की गई.
इसके अलावा जो श्रद्धालु काशी विश्वनाथ मंदिर जाना चाहते है उनके लिए यही से ऑनलाइन सारी बुकिंग भी की जा रही है ताकि उन्हें परेशानी न हो. साथ ही वो काशी में पहुंचकर बाबा का दर्शन , पूजन , रुद्राभिषेक और विभिन्न आरती में शामिल हो सकते है. ये जानकारी काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट , कर्मचारी मोहित केसरी ने दी.
Source : News Nation Bureau