हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का खास महत्व है. इस साल ये व्रत आज यानी 28 अगस्त को किया जाएगा. इस साल प्रदोष व्रथ पर खास संयोग बन रहा है. दरअसल आज शिव चतुर्दशी भी है. प्रदोष व्रत भी भगवान शिव को समर्पित होते हैं. इस तरह प्रदोष और शिव चतुर्दशी दोनों ही शिव के व्रत है. ऐसे में मान्यता है कि आज के दिन जो भी भगवान शिव की सच्चे दिल से आराधना करेगा, उसे भगवान शिव की कृपा प्राप्त होगी. हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार, इस व्रत को रखने से लंबे समय के कर्ज से मुक्ति भी मिलती है.
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बता दें, महीने की चतुर्दशी के शाम के वक्त को प्रदोष काल कहा जाता है. मान्यता है कि इस समय भगवान शिव कैलाश पर्वत के रजत भवन में नृत्य करते हैं. आज प्रदोष व्रत के साथ-साथ शिव चतुर्थी पड़ने से ये दिन और भी खास हो गया है. इस दिन व्रती को ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करना चाहिए. इसके बाद भगवान शिव का ध्यान करें. वैसे तो महादेव को ही मुख्य देवता माना जाता है, लेकिन उनके साथ उनकी पत्नी देवी पार्वती की भी पूजा होती है.
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भगवान शिव का ध्यान करने के बाद बेल पत्र, चावल, फूल, पान-सुपारी चढ़ाकर दीप दिखाएं. दिन भर शिव मंत्र का जाप करें. आप 'ओम नम: शिवाय' या 'ऊं त्र्यम्बकं यजामहे सुगंधिम पुष्टि वर्धनम' मंत्र का जाप कर सकते हैं.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो