आज देश बसंत पंचमी का पावन पर्व मना रहा है. देश के अलग- अलग हिस्सों में लोग पवित्र नदियों पर पहुंचकर स्नान कर रहे हैं. वहीं उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे भव्य कुंभ में भी बसंत पंचमी के पावन अवसर पर तीसरा शाही स्नान है जिसमें देश ही नहीं बल्कि विदेशी सैलानी भी पवित्र संगम में डुबकी लगाने बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं. यही नहीं 2 दिन पहले ही महामंडलेश्वर बने सभी 9 विदेशी सन्तों ने भी आज बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर कुंभ के तीसरे शाही स्नान में हिस्सा ले संगम में डुबकी लगाई. निर्मोही अखाड़े द्वारा महामंडलेश्वर बनाये गए विदेशी सन्तों ने अपने पहले शाही स्नान का अनुभव news nation, news state से भी साझा किया और बताया कि आज संगम में स्नान करके वो खुद को और भी ज्यादा पवित्र महसूस कर रहे हैं और उन्हें आज एक नई दिव्य अनुभूति हो रही है.
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बता दें कुंभ नगरी में निर्मोही अखाड़े ने 9 विदेशियों को महामंडलेश्वर घोषित किया था, विदेशी महामंडलेश्वरों का पट्टाभिषेक पूरे विधि विधान से कुंभ मेला क्षेत्र में हुआ. इस दौरान कई अखाड़ों के अध्यक्ष सैकड़ों साधु संत और विदेशी श्रद्धालु भी मौजूद रहे, महामंडलेश्वर बने विदेशी सन्त पिछले कई वर्षों से सनातन धर्म से जुड़े थे. और वर्षों की कठिन साधना और गुरु की सेवा के बाद सभी 9 विदेशी सन्तों को 108 महामंडलेश्वर की पदवी से नवाजा गया है. अमेरिका, लैटिन अमेरिका, फ्रांस, जापान और इजरायल से जुड़े विदेशी सन्तों को महामंडलेश्वर की उपाधि दी गई है.
गौरतलब है कि बसंत पंचमी के दिन से ही बसंत ऋतु प्रारंभ होती है. कड़कड़ाती ठंड के सुस्त मौसम के बाद बसंत पंचमी से ही प्रकृति की खूबसूरती निखर कर आती है. वहीं हिंदु मान्यताओं के अनुसार इस दिन देवी सरस्वती का जन्म हुआ था. इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का विशेष महत्व बताया गया है. वहीं देश में कई स्थानों पर इस दिन पवित्र तीर्थ स्थलों पर बसंत मेला भी लगता है.
Source : News Nation Bureau