बद्रीनाथ मंदिर के कपाट एक लंबे शीतावकाश के बाद आज यानी शुक्रवार तड़के खोल दिए गए हैं. कपाट आज सुबह 4.30 बजे खोले गए. इस दौरान मुख्य पुजारी, धर्माधिकारी, अपर धर्माधिकारी को मिलाकर कुल 28 लोग शामिल थे. बता दें ऐसा पहली बार है जब कपाट खुलने के मौके पर श्रद्धालु नहीं थे, जबकि पिछले साल कपाट खुलने के बाद पहले दिल लगभग 10,000 श्रद्धालुओं ने मंदिर के दर्शन किए थे.
शुक्रवार को कपाट खोले जाने के लिए मंदिर और आसपास के इलाके को पुष्प सेवा समिति ऋषिकेश की ओप से 10 कुंटल फूलों से सजाया गया. बदरीनाथ सिंह द्वार, मंदिर परिसर, परिक्रमा स्थल, तप्त कुंड के साथ ही विभिन्न स्थानों को लगातार सैनिटाइज किया जा रहा है. कपाट सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए खोले गए.
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक धाम परिसर में सामाजिक दूरी का पूरी तरह से पालन किया जाएगा जिसमें हर व्यक्ति को मास्क पहनना जरूरी होगा. वहीं लॉकडाउन तक धाम में पहुंचे पुजारियों बिना प्रशासन की इजाजत के कहीं और जाने नहीं दिया जाएगा.
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वहीं बदरीनाथ के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब कपाट खुलने की तिथि में बदलाव किया गया. दरअसल पहले कपाट खुलने की तारीख 30 अप्रैल तय हुई थी लेकिन बाद में लॉकडाउन के चलते तारीख बदलकर 15 मई कर दी गई है. यह भी पहली बार था जब कपाट खोले जाने के वक्त भक्त वहां मौजूद नहीं रहे.