आषाढ़ी एकादशी के पावन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने मंगलवार को देशवासियों को शुभकामनाएं दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर देशवासियों को बधाई देते हुए लिखा कि 'आषाढ़ी एकादशी के शुभ अवसर पर, सभी देशवासियों को मेरी शुभकामनाएं. आषाढ़ी एकादशी हिंदू पंचांग के आषाढ़ महीने में 11वें चंद्र दिवस पर मनाई जाती है. इस दिन लोग भगवान विट्ठल की भी पूजा करते हैं. आषाढ़ी एकादशी को अलग-अलग नाम से भी जाना जाता हैं जैसे - हरिशयनी एकादशी, महा एकादशी, प्रथमा एकादशी, देवशयनी एकादशी और पद्मा एकादशी.
प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर ट्वीट कर देशवासियों को बधाई दी. उन्होंने ट्वीट कर लिखा 'आषाढ़ी एकादशी के शुभ अवसर पर, सभी देशवासियों को मेरी शुभकामनाएं। आषाढ़ी एकादशी के विशेष दिन पर, हम भगवान विट्ठल से प्रार्थना करते हैं कि वे हमें भरपूर खुशी और अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद दें. वारकरी आंदोलन हमारी परंपराओं का बेहतरीन प्रतिनिधित्व करता है और इस पर जोर देता है सद्भाव और समानता. बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने मराठी भाषा में ट्वीट कर लोगों को बधाई दी.
आषाढी एकादशीच्या पवित्र दिवशी माझ्या सर्वांना शुभेच्छा. सर्वांना उदंड आनंद आणि चांगले आरोग्य लाभू दे अशी विठ्ठल चरणी प्रार्थना करूया.
वारकरी चळवळ ही आपल्या उत्कृष्ट परंपरेचं उदाहरण असून समानता आणि एकता यावर भर देणारी आहे— Narendra Modi (@narendramodi) July 20, 2021
आषाढ़ी एकादशी के पावन अवसर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी ट्वीट कर लोगों को बधाई दी. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मराठी भाषा में ट्वीट कर सभी लोगों को शुभकामनाएं दी है, उन्होंने लिखा 'इस आषाढ़ी एकादशी निमित्त विठुरायाला त्रिवार वंदन व सर्वांना आषाढ़ी एकादशीच्या मनःपूर्वक शुभेच्छा.'
इसके साथ ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी पंढरपुर के विट्ठल-रुक्मिणी मंदिर में पूजा अर्चना की. आषाढ़ी एकादशी के अवसर पर आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपनी पत्नी रश्मि ठाकरे के साथ पंढरपुर स्थित विट्ठल-रुक्मिणी मंदिर में महापूजा की. महाराष्ट्र में आषाढ़ी एकादशी पर मुख्यमंत्री और उनकी पत्नी या पति द्वारा वार्षिक महापूजा में शामिल होने की लंबी परंपरा रही है.
भगवान विट्ठल को भगवान विष्णु और भगवान कृष्ण का अवतार माना जाता है. महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा, तेलंगाना और आन्ध्रप्रदेश में मुख्यरूप से इनकी पूजा होती है. महाराष्ट्र के पंढरपुर में भगवान विट्ठल मुख्य मंदिर हैं. इस मंदिर के बारे में मान्यता है कि यहां भगवान विठ्ठल के दरबार से कोई खाली हाथ नहीं लौटता है. आषाढ़ मास में भगवान विष्णु की पूजा को विशेष पुण्य बताया गया है. आषाढ़ मास की आखिरी यानि शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवशयनी एकादशी या आषाढ़ी एकादशी भी कहा जाता है. देवशयनी एकादशी से चातुर्मास शुरू होता है.
Source : News Nation Bureau