देश-दुनिया में भले ही कुछ कंपनियां अपने यहां पर छटनी कर रही हों, लेकिन भारत के कई सेक्टर्स में नौकरियां ही नौकरियां हैं. इसमें बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस ( BFSI) सेक्टर में दबा कर हाइरिंग (Hiring) होने वाली है. इस सेक्टर में अगले एक साल के भीतर नए टैलेंट पूल को रखने की तैयारी है. हाउसिंग फाइनेंस, निजी संपत्ति, टेक्नोलॉजी समेत कर्ज देने वाले संस्थानों में भी नौकरियों की भरमार है. BFSI सेक्टर बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस सेक्टर्स के तौर पर जाना जाता हैं. इन कंपनियों में नौकरी लेने में ज्यादा कठिनाई नहीं होने की गुंजाइश है. BFSI में नौकरी करने वालों में सीनियर से लेकर फ्रेशर तक को मौका मिलेगा. ये कंपनियां अगले 6 से 12 महीनों के दौरान थोक भाव में भर्तियां करेंगी.
BFSI में नौकरियां बढ़ने की क्या है मुख्य वजह
कोरोना के कारण तीन साल से ज्यादा समय तक इन क्षेत्रों में डिमांड ना के बराबर थी, लेकिन अब इन सक्टर्स में डिमांड धीरे-धीरे बढ़ने लगी है. इसके साथ ही बड़ी संख्या में इन क्षेत्रों से नौकरियां छोड़ने की वजह से जगह खाली हैं. ऐसे में कोटक महिंद्रा बैंक, एक्सिस बैंक, मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज और IIFL सिक्योरिटीज समेत BFSI सेक्टर की कई दिग्गज संस्थाएं टैलेंट पूल और फ्रेशर को भी मौका देने की तैयारी कर रही है.
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इस फिल्ड में नौकरियों की भरमार
डिजिटल युग में अपनी तकनीकी क्षमता को मजबूत करना ज्यादा जरूरी है. BFSI सेक्टर में टेक्नोलॉजी सेगमेंट में ज्यादा से ज्यादा भर्तियां होने की संभावना है. इसमें इंजीनियरिंग टीम और प्रोडक्ट स्किल रखने वाले युवाओं को अच्छा मौका मिल सकता है. वैश्विक आर्थिक मंदी की अटकलों और वित्तीय संकट से जूझ रही कई देशों की अर्थव्यवस्था ने कर्मचारियों की तेजी से लेऑफ किया है. वहीं, बीएफएसआई इस दौर में कैंपस प्लेसमेंट के करने पर जोर दे रही है. बताया जा रहा है कि बीएसएफआई के तहत कंपनियों ने 3 से 4 गुना तक ज्यादा भर्तियां कैंपस प्लेसमेंट के जरिए की है