बिते दिन प्रदेश के 501 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई लेखपाल भर्ती (Lekhpal bharti pariksha 2022) मुख्य परीक्षा के दौरान एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नक़ल करवाने वाले और सॉल्वर बैठाने वाले गैंग का भंडाफोड़ कर दिया है, जिसके बाद से लोग इसके खिलाफ सख़्त कारवाई करने की मांग कर रहे हैं. लोगों ने दोबारा परीक्षा कराने की भी मांग की है. खबर यहां तक आई थी कि इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के जरिए नक़ल कराई जा रही थी. वहीं अब तक अभ्यर्थियों और सॉल्वरों समेत 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. सभी गिरफ्तारियां लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, मेरठ, गोंडा और बरेली से की गई है.
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आपको बता दें, एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि प्रदेश के अलग-अलग जिलों में ब्लूटूथ डिवाइस के माध्यम से नक़ल (Lekhpal bharti pariksha 2022) करवाया जा रहा था. कुल 23 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. गैंग के सरगना से पूछताछ की जा रही है, ताकि गोरखधंधे में शामिल अन्य लोगों की शिनाख्त हो सके. उन्होंने बताया कि सभी के खिलाफ अलग-अलग जिलों में मुकदमा पंजीकृत किया गया है.
इसके साथ ही एडीजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि प्रयागराज यूनिट ने परीक्षा में गड़बड़ी के मास्टरमाइंड विजय कांत पटेल, उसके सहयोगी दिनेश कुमार यादव और सोनू कुमार को गिरफ्तार किया है. उन्होंने बताया कि विजय ने 7 अभ्यर्थियों से परीक्षा पास करवाने के लिए 10-10 लाख रुपये लिए थे. उसने सभी को ब्लूटूथ इयर बड डिवाइस के साथ परीक्षा देने के लिए भेजा था. परीक्षा केंद्र के बाहर गाडी में बैठकर प्रश्नों के उत्तर बताए जा रहे थे.