Scientific discoveries and advancements in 2024 : देश भर में लगातार कई तरह की खोजें की जा रही हैं. ताकि दुनिया को आने वाली आपदा से बचाया जा सके. यही कारण है कि वैज्ञानिक समुद्र से लेकर पहाड़ तक और आसमान से लेकर जमीन तक लगातार खोज कर रहे हैं. वहीं, 2024 में कई महत्वपूर्ण वैज्ञानिकों ने खोजें की हैं. यहां कुछ प्रमुख घटनाएं और खोजें हैं जिनके बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं. तो चलिए जानते हैं.
चंद्रयान-3 की लैंडिंग: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने चंद्रयान-3 मिशन के तहत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास सफलतापूर्वक लैंडिंग की. 23 अगस्त, 2023 चंद्रयान-3 ने चांद पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट लैंडिंग की थी. वहीं इसरो प्रमुख डॉ. एस. सोमनाथ ने 23 अगस्त 2024 को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाने की बात कही है.
डार्क ऑक्सीजन की खोज: वैज्ञानिक एंड्र्यू स्वीटमैन ने बताया कि उत्तरी प्रशांत महासागर में 13,000 फीट की गहराई में 'डार्क ऑक्सीजन' की खोज की गई है. यह ऑक्सीजन धातु के बॉल्स द्वारा उत्पन्न सूरज की रोशनी या फोटोसिंथेसिस के बनती है, जो वैज्ञानिकों के लिए एक रहस्य बना हुआ है.
नया धूमकेतु: एक नया धूमकेतु है जो हर 80,000 साल में सूर्य का एक चक्कर लगाता है. इस धूमकेतु को C/2023 A3 नाम दिया गया है. यह धूमकेतु 12 अक्टूबर 2024 को पृथ्वी के पास से गुजरेगा, ऐसा माना जा रहा है कि यह पृथ्वी के पास से गुजरने से पहले ही खत्म हो जाएगा. वहीं वैज्ञानिकों को इससे जुड़ी जानकारी को इकट्ठा करने का मौका मिलेगा.
प्रोजेक्ट वोलबैकिया: डेंगू वायरस को फैलने से रोकने के लिए सिंगापुर की नेशनल एनवायरनमेंट एजेंसी ने एक अनोखी सेना तैयार की है. इस सेना को प्रोजेक्ट वोलबैकिया कहा जाता है. इससे डेंगू वायरस को फैलने से रोका जा सकता है.
अब तक का सबसे बड़ा न्यूक्लियर रिएक्टर: सायद आपको नहीं पता होगा कि फ्रांस में दुनिया का सबसे बड़ा न्यूक्लियर रिएक्टर बनाया गया है. इसे कंट्रोल करने के लिए भारत द्वारा बनाया गया फ्रिज का यूज किया जाएगा.
यहां कुछ लेटेस्ट साइंस न्यूज दिए गए हैं जिन्हें आपको जानना चाहिए. ये खोजें और प्रगति विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हमारी समझ को बढ़ाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं.