दुबई में 27 जुलाई को 21वीं सदी का सबसे लंबा और पूर्ण चंद्र ग्रहण लगने वाला है। इस बात की घोषणा दुबई स्थित ऑबजर्वेटरी ने की।
अधिकारियों ने कहा, 'इस ग्रहण के दौरान, चंद्रमा पृथ्वी की छाया में लगभग चार घंटे तक रहेगा जिसे आसानी से कम से कम तीन महाद्वीपों में देखा जा सकेगा।'
दुबई खगोल विज्ञान समूह के अनुसार यह ग्रहण लगभग एक घंटे और 43 मिनट तक चलता रहेगा, जो कि इस शताब्दी का सबसे लंबा ग्रहण होगा।
खगोल वैज्ञानिकों ने बताया कि बीते 60 हजार सालों में दूसरी बार मंगल ग्रह हमें इतना करीब और साफ दिखाई देगा। इस दौरान चंद्रमा खूबसूरत लाल या भूरे रंग का दिखाई देगा जिसे वैज्ञानिकों ने 'बल्ड-मून' का नाम दिया है।
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गौरतलब है कि इस पूर्ण चंद्र ग्रहण को भारत समेत अफ्रीका, मिडिल ईस्ट और दक्षिण एशिया में खुली आंखों से देखा जा सकेगा।
आखिर क्या होता है ब्लड मून?
बल्ड मून का दीदार अक्सर हमें सुपरमून के दौरान होता है। जब ग्रहण के दौरान चांद धरती की छाया में रहता है तो इसकी चमक लाल हो जाती है जिसे ब्लड मून कहते हैं। ऐसा सूरज की 'लाल' किरणों के बिखराव का चांद तक पहुंचने के कारण होता है।
दुबई खगोल विज्ञान समूह आंतरिक्ष में घटने वाली इन दोनों घटनाओं के लिए एक संयुक्त कार्यक्रम का आयोजन करेगी।
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Source : News Nation Bureau