भारत ने चुनिंदा शहरों में कुछ स्थानों पर 5जी सर्विस शुरू की है. 5जी पर स्विच करने के इच्छुक लोगों में से 43 प्रतिशत 3जी या 4जी सेवाओं के लिए वर्तमान कीमत से अधिक कुछ भी भुगतान करने को तैयार नहीं हैं. शुक्रवार को एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई. ऑनलाइन कम्युनिटी प्लेटफॉर्म लोकलस*++++++++++++++++++++++++++++र्*लकी रिपोर्ट के मुताबिक, कई और यूजर्स 5जी के लिए तैयार हैं अगर यह कॉल ड्रॉप/कनेक्ट, नेटवर्क उपलब्धता और लो स्पीड जैसे प्रॉब्लम्स का सॉल्यूशन देता है. अन्य 43 प्रतिशत ने संकेत दिया कि वे 10 प्रतिशत तक अतिरिक्त कीमत का भुगतान करने को तैयार हैं.
उनमें से केवल 2 प्रतिशत ने 5जी के लिए 25-50 प्रतिशत अधिक कीमत का भुगतान करने की इच्छा जाहिर की.
भारत में क्षेत्र और कनेक्टिविटी के आधार पर 40-50 एमबीपीएस की 4जी स्पीड के मुकाबले, 5जी सर्विस से 300 एमबीपीएस या उससे अधिक स्पीड की उम्मीद है.
रिलायंस जियो और एयरटेल ने लॉन्च के पहले फेज के लिए अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, वाराणसी, चंडीगढ़, दिल्ली, जामनगर, गांधीनगर, मुंबई, पुणे, लखनऊ, कोलकाता, सिलीगुड़ी, गुरुग्राम और हैदराबाद की पहचान की है.
रिपोर्ट के मुताबिक, सर्वे में शामिल सिर्फ 5 फीसदी मोबाइल सब्सक्राइबर ही 2022 में 5जी में जाने के लिए तैयार हैं.
सर्वे में शामिल 20 फीसदी लोगों ने कहा कि उनके पास पहले से ही 5जी डिवाइस है, वहीं 4 फीसदी को इस साल सर्विस मिलने की संभावना है.
अन्य 20 प्रतिशत ने कहा कि वे 2023 में 5जी डिवाइस खरीदेंगे.
भारत में 500 मिलियन से अधिक स्मार्टफोन यूजर्स में से, इस साल के आखिर तक लगभग 100 मिलियन के पास 5जी-रेडी डिवाइस होने की उम्मीद है.
लगभग 24 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि निकट भविष्य में एक नया अपग्रेडेड डिवाइस खरीदने की उनकी कोई योजना नहीं है, जबकि अन्य 22 प्रतिशत ने अभी तक अपना मन नहीं बनाया है.
दूरसंचार विभाग ने अपनी योजनाओं के बारे में सरकार को अपडेट करने के लिए इस सप्ताह की शुरूआत में ऑपरेटरों के साथ-साथ फोन निमार्ताओं से मुलाकात की, ताकि 5जी रोल-आउट जल्द से जल्द हो सके.
सैमसंग ने कहा कि वे अपने ऑपरेटर पार्टनर्स के साथ काम कर रहे हैं और नवंबर के मध्य तक अपने सभी 5जी डिवाइस में ओटीए अपडेट को रोल आउट करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. एप्पल ने कहा कि वह दिसंबर में आईफोन यूजर के लिए 5जी को रोल आउट करना शुरू कर देगा.
अधिकतर मोबाइल ग्राहकों को उम्मीद है कि 5जी सर्विस में अपग्रेड करने से कॉल ड्रॉप/कनेक्ट की समस्याओं में कमी आएगी, बेहतर नेटवर्क उपलब्ध होगा और स्पीड भी बढ़ेगी.
Source : IANS