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5 अनसुलझे रहस्‍य जिन्‍हें आज भी वैज्ञानिक नहीं सुलझा पाए

विज्ञान अभी तक कई सवालों का जवाब नहीं दे पाया है. आइए जानें वो 5 अनसुलझे रहस्‍य जिनको विज्ञान भी अब नहीं सुलझा पाया..

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Drigraj Madheshia
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5 अनसुलझे रहस्‍य जिन्‍हें आज भी वैज्ञानिक नहीं सुलझा पाए

आकाश गंगा (Social Media)

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आज हम चांद पर पहुंच चुके हैं. मंगल और शुक्र की तैयारी है. कृत्रिम हृदय बनाने की ओर अग्रसर हैं. कहीं रेस्‍टोरेंट में रोबोट खाना परोस रहे हैं तो कहीं इलाज में हेल्‍प कर रहे हैं. कल तक जिस चीज की हम कल्‍पना भी नहीं कर सकते थे तो उन चीजों का आज रोमर्रा की जिंदगी में इस्‍तेमाल कर रहे हैं. इतना सब कुछ होने के बावजूद विज्ञान अभी तक कई सवालों का जवाब नहीं दे पाया है. आइए जानें वो 5 अनसुलझे रहस्‍य जिनको विज्ञान भी अब नहीं सुलझा पाया..


किस चीज से बना है ब्रह्मांड ?

खगोल वैज्ञानिक (Astronomer)अभी तक ब्रह्मांड के 95% भाग के बारे मे कुछ नहीं जानते. अभी तक हम इस नतीजे पर ही पहुंच सके हैं कि ब्रह्मांड का 95% भाग रहस्यमय श्याम ऊर्जा और श्याम पदार्थ से बना है. श्याम पदार्थ को 1933 मे खोजा गया था जो कि आकाशगंगा और आकाशगंगा समूहों को एक अदृश्य गोंद के रूप मे बांधे रखे है. श्याम ऊर्जा 1998 मे खोजी गई. ब्रह्मांड के विस्तार गति मे त्वरण के लिये यही श्‍याम ऊर्जा उत्तरदायी है, लेकिन वैज्ञानिकों के सामने इन दोनों की वास्तविक पहचान अभी तक एक रहस्य है!

क्या और भी ब्रह्मांड (Glaxy)हैं?

हमारा ब्रह्मांड (Glaxy)एक असम्भाव्य , अविश्वसनीय जगह है. इसके मूलभूत गुणों में किसी तरह का बदलाव करने पर जीवन संभव नहीं है. अब दुनिया भर के वैज्ञानिक मानने लगे है कि समांतर ब्रह्मांड (Glaxy)भी होना चाहिये, जिनमें इन कारकों का मान हमारे ब्रह्मांड (Glaxy)से भिन्न होगा. इन असंख्य ब्रह्मांडों में से एक हमारा ब्रह्मांड (Glaxy)है, जिसमें इन कारकों का मान इस तरह से है कि जीवन का प्रादुर्भाव संभव हो सका है.

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शायद प्रकृति का सबसे बेहतर प्रयोग हमारा ब्रह्मांड (Glaxy)रहा है, जिसमें हर मान इस तरह से जम गया कि जीवन उत्पन्न हो गया. यह विचित्र लगता है लेकिन क्वांटम भौतिकी और ब्रह्मांड विज्ञान का ज्ञान इसी दिशा की ओर संकेत कर रहा है.

जीवन कैसे प्रारंभ हुआ?

चार अरब वर्ष पहले किसी अज्ञात कारक ने मौलिक आदिम द्रव्य (Premordial Soup) में एक हलचल की. कुछ रसायन एक दूसरे से मिले और जीवन का आधार बनाया. ये अणु अपनी प्रतिकृति बनाने में सक्षम थे. समस्त जीवन इन्हीं अणुओं के विकास से उत्पन्न हुआ है, लेकिन ये सरल मूलभूत रसायन कैसे, किस प्रक्रिया से इस तरह जमा हुए कि उन्होंने जीवन को जन्म दिया? डीएनए कैसे बना? सबसे पहली कोशिका कैसी थी?

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स्टेनली-मिलर के प्रयोग के 50 वर्ष बाद भी वैज्ञानिक एकमत नहीं है कि जीवन का प्रारंभ कैसे हुआ? कुछ कहते है कि यह धूमकेतुओं से, कुछ के अनुसार यह ज्वालामुखी के पास के जलाशयों में प्रारंभ हुआ, कुछ के अनुसार वह समुद्र मे उल्कापात से प्रारंभ हुआ. लेकिन सही उत्तर क्या है? कोई नहीं जानता.

क्या हम ब्रह्मांड मे अकेले हैं?

दुनिया भर में कई रेडियो दूरबीन ब्रह्मांड के हर भाग से आने वाले रेडियो संकेतों को खंगाल रहे हैं, लेकिन 1977 के wow संकेत के अतिरिक्त कोई सफलता नहीं मिली है. वैज्ञानिक अब ग्रहों के वातावरण में जल और आक्सीजन की जांच करने में सफल हो गए हैं. हमारी मंदाकिनी आकाशगंगा मे ही जीवन योग्य 60 अरब से ज्यादा ग्रह हैं.

मानवता का आधार क्या है?

क्‍या हमारा डीएनए (DNA) ही मानवता का आधार है? चिम्पांजी का डीएनए (DNA) मानव डीएनए (DNA) से 99% मेल खाता है, वहीं केले का 50%! हमारा मस्तिष्क अधिकतर प्राणियों से बड़ा है, लेकिन सबसे बड़ा नहीं है. गोरील्ला के न्यूरॉन से तीन गुना न्‍यूरॉन (86 अरब) ठूंसे हुए हैं.

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मानव के अन्य प्राणी से अलग साबित करने वाले कुछ महत्वपूर्ण गुण जैसे भाषा, उपकरण प्रयोग, दर्पण मे स्वयं को पहचानना अब कुछ प्राणीयों में भी देखे गये हैं. वैज्ञानिक सोचते हैं कि पकाने की कला और अग्नि पर कुशलता ने शायद हमारे मस्तिष्क को विशाल होने में मदद की है. लेकिन अभी तक यह नहीं पता लगाया जा सका कि मानवता का आधार क्‍या है?

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