चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) मिशन के बाद अब इसरो (ISRO) सूर्य के बारे में अध्ययन करने की योजना बना रहा है. इसरो ने बताया कि कोरोना के कारण चंद्रयान मिशन में देरी हुई, जिसके कारण सूर्य मिशन पर भी असर पड़ा, लेकिन अब इस मिशन को पूरा करने की पूरी योजना बना ली गई है. वहीं चंद्रयान-3 मिशन को सफल बनाने के लिए इसरो दिन-रात मेहनत कर रहा है. इसरो का लक्ष्य है कि रोवर चांद पर सुरक्षित उतर जाए. जानकारी के मुताबिक 23 या 24 अगस्त को चांद पर कदम रखेंगे और ये भी पता चला है कि चांद पर सफल लैंडिंग के बाद इसरो तीन दिन बाद सूर्य मिशन लॉन्च करेगा.
इस तारीख को लॉन्च होगा सूर्य मिशन
माना जा रहा है कि यह भारत का पहला मिशन है, जो सूर्य का अध्ययन करेगा. इस मिशन को 26 अगस्त को लॉन्च किया जा सकता है. इस संबंध में इसरो प्रमुख सोमनाथ एस ने गुरुवार को कहा कि सूर्य का अध्ययन करने के लिए आदित्य-एल1 (Aditya-L1) मिशन की तैयारी चल रही है. इसके साथ ही यह भी पता चला कि एक्स्ट्रासोलर अध्ययन के लिए एक उपग्रह बनाने पर भी चर्चा चल रही है. आदित्य सूर्य-पृथ्वी प्रणाली कोरोना कक्षा के लैग्रेंज प्वाइंट-1 (एल-1) के चारों ओर से गुजरेगा. इसकी पृथ्वी से दूरी 1.5 मिलियन किमी है. ऐसे में यान सूर्य पर अच्छे से फोकस करेगा. यान को पता करेगा कि सूर्य की गतिविधियां अंतरिक्ष के मौसम को किस प्रकार प्रभावित करती हैं.
सूर्य के नजदीक पहुंचने में लगेंगे 4 महीने
आदित्य-एल1 (Aditya-L1) को PSLV द्वारा अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया जाएगा।.अनुमान है कि लॉन्च के बाद इसे अपनी मंजिल तक पहुंचने में कम से कम 4 महीने लगेंगे. अब देखना होगा कि इसरो इस मिशन को सफल बनाने के लिए क्या योजना बना रहा है. वही दूसरी तरफ इसरो चंद्रयान पर भी फोकस किया है. इस मिशन के सफल होते ही भारत दुनिया का चौथा देश बन जाएगा.
Source : News Nation Bureau