‘डीपफेक’ लोकतंत्र के लिए एक नया खतरा बनकर उभरा है! केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव का ये हालिया बयान एआई के निगेटिव इस्तेमाल को लेकर आया है, जिसे लेकर अब केंद्र सरकार जल्दी ही सख्त कदम उठाने की तैयारी कर रही है. डीपफेक टेक्नोलॉजी के बढ़ते खतरे को देखते हुए सरकार अब सख्त कार्रवाई के प्रावधान वाले कड़े नियम लाने पर विचार कर रही है. इस मामले में सरकार ने तमाम सोशल मीडिया कंपनियों से सक्रियता दिखाने का अनुरोध किया है, जिसके मद्देनज कंपनियां भी इस दिशा में काम कर रही है.
गौरतलब है कि, बीते कुछ वक्त से AI का गलत इस्तेमाल काफी ज्यादा बढ़ गया है. तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोगों के फेक वीडियो वायरल हो रहे हैं. इसमें खुद पीएम मोदी भी शामिल हैं. अभी हाल ही में इसपर उनका एक बयान भी आया था, जिसने काफी ज्यादा सुर्खियां बटोरी थी. दरअसल पीएम अपने एक भाषण में उस फेक वीडियो का जिक्र करते नजर आए, जिसमें वो गरबा खेल रहे थे. जबकि हकीकत तो ये है कि उन्होंने कभी गरबा खेला ही नहीं. पीएम मोदी ने इस तरह की वीडियो पर गंभीरता दिखाते हुए इस खतरनाक करार दिया है.
पीएम मोदी समेत कई बॉलीवुड कलाकार भी आ चुके हैं चपेट में...
AI के निगेटिव इस्तेमाल को लेकर पीएम का कहना है कि, डीपफेक हमारे समाज के लिए खतरा है. लिहाजा भारत AI के वैश्विक रेगुलेशन के मद्देनजर दुनिया के साथ काम करने के समर्थन में है. न सिर्फ इतना, बल्कि ‘डीपफेक’ के इस्तेमाल से हाल ही में बॉलीवुड के कई कलाकारों को भी इसका निशाना बनाया गया था, जिसपर कई बड़ी हस्तियों ने अपनी नाराजगी भी जाहिर की थी.
इन्हीं सब चीजों को ध्यान में रखते हुए, आज यानि गुरुवार (23 नवंबर) को केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के साथ बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने डीपफेक को लोकतंत्र के लिए एक नया खतरा बताते हुए उसपर जल्द ही नए नियम लाने की बात कही है.
उन्होंने पत्रकारों को बताया कि, वे आज ही विनियमन का मसौदा तैयार करना शुरू कर देंगे, जिसके बाद बहुत ही कम वक्त में हमारे पास ‘डीपफेक’ से निपटने के लिए नए नियम मौजूद होंगे. इससे जुड़ी अगली बैठक दिसंबर के पहले सप्ताह में होनी है, लिहाजा उसमें अतिरिक्त चर्चा की जाएगी.
Source : News Nation Bureau