चंद्रयान-2 (chandrayaan-2) के चांद पर कदम रखने से पहले बेंगलुरु के भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) में वैज्ञानिक अपनी तैयारियों में जुटे हुए हैं. 48 दिनों के सफर के बाद चंद्रयान 2 (Chandrayaan 2) के दो हिस्से लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान चांद की सतह पर उतरेंगे. चंद्रयान की लैंडिंग से पहले जहां देश भर के लोगों के उत्साह और चांद को पास से देखने की उत्सुकता है. तो चलिए आपको बताते हैं विक्रम और प्रज्ञान के हर पल के क्षण के बारे में जो 1.30 बजे से शुरू होकर 5.45 बजे तक चलेगा-
- 1.30 बजे- चंद्रयान ब्रेक लगाना शुरू करेगा. यानी 30 किलोमीटर पर इसकी रफ्तार कम की जाएगी.
- 1.48 बजे- जब विक्रम 7.4 किलोमीटर की ऊंचाई पर होगा तो इसकी रफ्तार को 526 किलोमीटर प्रति घंटे पर किया जाएगा. यानी ब्रेक सॉफ्ट कर दी जाएगी.
- 1.50 बजे- लोकल नेविगेशन शुरू होगा
- 1.52 बजे- चांद की सतह की पहली तस्वीर धरती पर आएगी
- 1.53 बजे- विक्रम चांद पर उतरेगा
- 3.53 बजे- प्रज्ञान के रैप पर उतरने की शुरुआत
- 4.23 बजे- प्रज्ञान काम करना शुरू करेगा
- 5.03 बजे- प्रज्ञान का सोलर पैनल काम शुरू करेगा
- 5.19 बजे- प्रज्ञान रोवर बाहर आएगा
- 5.29 बजे- प्रज्ञान रोवर चांद की सतह छुएगा
- 5.45 बजे- प्रज्ञान के द्वारा विक्रम की इमेज ली जाएगी
इसरो के मुताबिक 'चंद्रयान-2 अपने लैंडर को 70 डिग्री दक्षिणी अक्षांश में दो गड्ढों- 'मैंजिनस सी और 'सिंपेलियस एन के बीच ऊंचे मैदानी इलाके में उतारने का प्रयास करेगा. लैंडर के चांद पर उतरने के बाद इसके भीतर से रोवर 'प्रज्ञान बाहर निकलेगा और एक चंद्र दिवस यानी के पृथ्वी के 14 दिनों की अवधि तक अपने वैज्ञानिक कार्यों को अंजाम देगा.