केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पृथ्वी विज्ञान राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा, अंतरिक्ष राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि अब सामान्य कार्य आरंभ होने को देखते हुए चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) के 2022 की तीसरी तिमाही में लॉन्च होने की संभावना है. आज लोकसभा में एक प्रश्नकाल का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि चंद्रयान-3 पर कार्य प्रगति पर है. चंद्रयान-3 के कार्य में आकृति को अंतिम रूप दिया जाना, उप-प्रणालियों का निर्माण, समेकन, अंतरिक्ष यान स्तरीय विस्तृत परीक्षण और पृथ्वी पर प्रणाली के निष्पादन के मूल्यांकन के लिए कई विशेष परीक्षण जैसी विभिन्न प्रक्रियाएं शामिल हैं.
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चंद्रयान-3 में ऑर्बिटर (कृत्रिम उपग्रह) नहीं होगा
कार्य की प्रक्रिया कोविड-19 महामारी के कारण बाधित हो गई थी. बहरहाल, लॉकडाउन अवधि के दौरान भी वर्क फ्रॉम होम मोड में सभी कार्य किए गए. अनलॉक अवधि आरंभ होने के बाद चंद्रयान-3 पर कार्य फिर से आरंभ हो गया और अब यह कार्य संपन्न होने के अग्रिम चरण में है. फरवरी में इसरो (ISRO) के प्रमुख के सिवन ने कहा था कि हम चंद्रयान-3 को लेकर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा था कि चंद्रयान-3 में ऑर्बिटर (कृत्रिम उपग्रह) नहीं होगा. बता दें कि चंद्रयान-2 के दौरान लॉन्च किए गए ऑर्बिटर का इस्तेमाल चंद्रयान-3 के लिए भी किया जाएगा. इसके अलावा उन्होंने कहा था कि अगले साल 2022 में चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग की जाएगी.
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बता दें कि चंद्रयान-2 की दूसरी वर्षगांठ वाले दिन चंद्रयान-3 को लेकर नया अपडेट आया है. यह चंद्रमा पर पहुंचने से पहले दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. बता दें कि 2008 में चंद्रयान मिशन की शुरुआत की गई थी. बता दें कि अंतरिक्ष विभाग ने बयान में कहा कि कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन की वजह से चंद्रयान-3 को लेकर चल रहा काम प्रभावित हुआ था.
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HIGHLIGHTS
- चंद्रयान-2 के दौरान लॉन्च किए गए ऑर्बिटर का इस्तेमाल चंद्रयान-3 के लिए किया जाएगा
- कोरोना और लॉकडाउन की वजह से चंद्रयान-3 को लेकर चल रहा काम प्रभावित हुआ था