चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग के बाद प्रज्ञान रोवर लगातार वहां से नई-नई तस्वीरें धरती पर भेज रहा है. इसी कड़ी में मंगलवार को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने बताया कि रोवर पर लगे पेलोड के माध्यम से चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सल्फर और ऑक्सीजन होने का दावा किया गया है. इसी के साथ भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया कि मौके पर हाइड्रोजन की खोज जारी है. इसरो ने अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट करते हुए कहा कि इन-सीटू (यथास्थान) वैज्ञानिक प्रयोग जारी हैं.
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पहली बार इन-सीटू मेजरमेंट्स के माध्यम से रोवर पर लगा उपकरण 'लेजर-इंड्यूस्ड ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोप' (LIBS) स्पष्ट रूप से दक्षिणी ध्रुव के पास चंद्र सतह में सल्फर (S) की मौजूदगी की पुष्टि कर रहा है. उम्मीद के अनुसार Al, Ca, Fe, Cr, Ti, Mn, Si, और O का पता चला है. हालांकि, हाइड्रोजन (H) की खोज जारी है.
अंतरिक्ष क्षेत्र में नया इतिहास रचा
इसरो ने बीते 23 अगस्त को अंतरिक्ष क्षेत्र में नया इतिहास रचा है. चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर ‘विक्रम’ और रोवर ‘प्रज्ञान’ से लैस लैंडर मॉड्यूल की ‘सॉफ्ट लैंडिग’ कराने में सफलता हासिल की थी. भारतीय समय अनुसार शाम करीब छह बजकर चार मिनट पर इसने चांद की सतह को कदम पर रखा था. भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ करने वाला दुनिया का चौथा देश बन चुका है.
Source : News Nation Bureau