केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Union Minister Nitin Gadkari) ने मंगलवार को वैकल्पिक फ्यूल (Alternative Fuel) को बढ़ावा देने को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मेरा सुझाव है कि इस समय देश में वैकल्पिक फ्यूल को बढ़ाना देने की आवश्यकता है. मैं पहले से ही बिजली को फ्यूल के रूप में प्रचारित कर रहा हूं, क्योंकि हमारे देश में बिजली सरप्लस है. केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने पत्रकारों से कहा कि हम भारत में 81% लिथियम आयन बैटरी बना रहे हैं. लिथियम आयन बैटरी के विकल्प के लिए मेरे मंत्रालय ने आज एक पहल की है. इसे लेकर सभी सरकारी प्रयोगशालाएं भी अनुसंधान कर रही हैं. मंत्रालय भी हाइड्रोजन फ्यूल सेल्स को विकसित करने की कोशिश कर रहा है.
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आपको बता दें कि देश में पेट्रोल-डीजल के विकल्प के रूप में बिजली वाली गाड़ियों को बढ़ावा दिया जा रहा है. इसी क्रम में 81% लिथियम आयन बैट्री तैयार हो रही है. देश में लिथियम आयन बैटरी को मॉडर्न जमाने की बैटरी भी कहा जाता है, क्योंकि ये बहुत कम स्थान घेरती हैं और वजन में हल्की होती हैं. इसके साथ ही इनकी रेंज भी काफी अधिक होती है. इन बैटरीज को चार्ज करने में सिर्फ तीन से 4 घंटे का समय लगता है. इन बैटरीज की खासियत ये भी है कि इन्हें ज्यादा सर्विसिंग की जरूरत नहीं पड़ती है. हालांकि इन बैटरीज की लागत अधिक होती है, जिसके चलते इनसे लैस वाहन महंगे होते हैं.
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हालांकि, लिथियम आयन बैट्री की लाइफ 4 से 5 साल तक होती है, जिसकी वजह से ग्राहकों को लाभ होता है. लिथियम आयन बैटरी को आप अपने स्कूटर से बाहर निकालकर खुद ही चार्ज भी कर सकते हैं और फिर खुद ही इसे गाड़ी में इनस्टॉल भी कर सकते हैं. आजकल ज्यादातर लोग लिथियम आयन बैटरी वाले इलेक्ट्रिक स्कूटर ही खरीदना पसंद कर रहे हैं.
HIGHLIGHTS
- केंद्रीय मंत्री ने वैकल्पिक फ्यूल पर दिया बड़ा बयान
- मंत्रालय हाइड्रोजन फ्यूल सेल्स को दे रहा बढ़ावा
- देश में 81% लिथियम आयन बैट्री तैयार हो रही
Source : News Nation Bureau