Google: ये बात किसी से छिपी नहीं है कि Google दुनिया का सबसे बड़ा सर्च स्टेशन है. Google अपने यूजर्स को स्वतंत्र रूप से कुछ भी सर्च करने की सुविधा देता है. लेकिन कम ही लोगों को पता है कि Google अपनी सिक्योरिटी पॉलिसी को लेकर काफी सतर्क है और इसको लेकर वो समय समय पर अपनी नीतियों में बदलाव भी करता रहता है. ऐसे में हम आपको एक ऐसी बात बताने जा रहे हैं, जिसको आपको जान लेना बेहद जरूरी है. दरअसल, यूजर्स नए साल 2022 में गलती से भी गूगल पर इन 5 चीजों को कभी सर्च न करें. क्योंकि ऐसा करने पर उनको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है.
चाइल्ड पोर्न
दरअसल, भारत सरकार पोर्नोग्राफी को लेकर काफी सख्त है, खासकर चाइल्ड पोर्न के मामले में. चाइल्ड पोर्नोग्राफी से जुड़ी केंद्र सरकार की पॉलिसी के अनुसार अगर आप गूगल पर चाइल्ड पोर्न सर्च करते हैं तो आपको जेल तक जाना पड़ सकता है. आपको बता दें कि पास्को एक्ट 2012 की धारा 14 के तहत चाइल्ड पोर्न देखना और सोशल मीडिया पर शेयर करना अपराध की श्रेणी में आता है और इसके लिए अधिकतम 7 साल की सजा का प्रावधान रखा गया है.
पीड़िता की पहचान
इंटरनेट पर छेड़छाड़ की पीड़िता का नाम व तस्वीर शेयर करना भी अपराध की श्रेणी में आता है. सुप्रीम कोर्ट ने इसको लेकर साफ निर्देश जारी किए हुए हैं. सुप्रीम कोर्ट के अनुसार छेड़छाड़ की पीड़िता की पहचान शेयर करने पर सजा का प्रावधान है. सुप्रीम कोर्ट का कहना है अगर कोई भी व्यक्ति प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक या सोशल मीडिया के किसी भी प्लेटफॉर्म ऐसी पीड़िताओं का नाम व फोटो शेयर करता है तो उसको जेल तक जाना पड़ सकता है.
फिल्म पाइरेसी
किसी भी फिल्म की रिलीज से पहले उसको ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर लीक करना अपराध की श्रेणी में आता है. इसके साथ ही इंटरनेट से पाइरेसी फिल्म को डाउनलोड करना भी क्राइम माना जाता है. सिनेमेटोग्राफी एक्ट 1952 में संशोधन के तहत अब फिल्म पाइरेसी को गंभीर अपराध समझा जाएगा और ऐसा करने पर 3 साल की सजा का प्रावधान है.
Source : News Nation Bureau