एपिक गेम्स के सीईओ टिम स्वीनी, जो अब ऐप्पल के साथ कानूनी विवाद में शामिल हैं, ने दावा किया है कि ऐप्पल के पास इसका कोई जवाब नहीं है, क्योंकि बड़ी टेक कंपनियों ने यूरो का उपयोग करने वाले सभी क्षेत्रों और देशों में ऐप स्टोर की कीमतों में बढ़ोतरी को लागू करना शुरू कर दिया है. मैकरूमर्स के मुताबिक, स्वीनी ने अपने एक बयान में, ऐप्पल की तुलना किरायेदारों वाले मकान मालिक से की, जिनके पास कही और जाने का विकल्प नहीं है. उन्होंने कहा, इसी तरह डेवलपर्स के उपयोग के लिए कोई विकल्प ऐप स्टोर नहीं है.
स्वीनी ने कहा, कल्पना कीजिए कि एक मकान मालिक ने अपने छोटे व्यवसाय किरायेदार को बताया कि उन्हें इस मामले में या कहीं और जाने के लिए ज्यादा कीमतें देनी पड़ेगीं. इसी तरह ऐप्पल भी बेवजह कीमतों में वृद्धि कर रहा है.
उन्होंने कहा, वे बिना किसी कारण कई देशों में डेवलपर्स पर एकतरफा मूल्य वृद्धि थोप रहे हैं. डेवलपर्स के पास पालन करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है, क्योंकि ऐप स्टोर ही एकमात्र तरीका है जिससे वे एक अरब से अधिक आईओएस उपयोगकर्ताओं तक पहुंच सकते हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, एप्पल ने सबसे पहले पिछले महीने कीमतों में बढ़ोतरी की घोषणा की थी, जिसमें डेवलपर्स को करीब तीन हफ्ते का नोटिस दिया गया था. ऐप स्टोरएसीई मूल्य निर्धारण एक स्तरीय आधार पर काम करता है, और ऐप्पल जो कर रहा है, वह सभी पूर्व निर्धारित स्तरों की लागत बढ़ा रहा है
उदाहरण के लिए, न्यूनतम 0.99 यूरो का स्तर 1.19 यूरो तक पहुंच गया है, जबकि अधिकतम स्तर 999 यूरो से बढ़कर 1,199 यूरो हो गया है.
यूरो का उपयोग करने वाले देशों के साथ एप्पल चिली, मिस्र, जापान, मलेशिया, पाकिस्तान, पोलैंड, दक्षिण कोरिया, स्वीडन और वियतनाम में भी कीमतें बढ़ा रहा है.
गूगल ने आईओएस 16 लॉक स्क्रीन के लिए अपने विजेट्स को रिलीज करना शुरू कर दिया है, जिसमें जीमेल और गूगल न्यूज जैसे लोकप्रिय ऐप शामिल हैं।
Source : IANS