गेमिंग प्लेटफॉर्म एमपीएल ने बुधवार को कहा कि उसने उपयोगकर्ताओं को एक सुरक्षित और निष्पक्ष गेमिंग अनुभव प्रदान करना जारी रखने के लिए एक मिलियन से अधिक उपयोगकर्ता खातों पर प्रतिबंध लगा दिया है. कंपनी ने उन खिलाड़ियों को हटाने का कदम उठाया है जो नियमों का पालन नहीं करते थे और गेमप्ले के परिणामों को अपने पक्ष में करने के लिए अनुचित साधनों का इस्तेमाल करते थे.
प्लेटफॉर्म तक पहुंचने के लिए एक ही उपयोगकर्ता द्वारा कई खातों का उपयोग करना, नकली या छेड़छाड़ किए गए केवाईसी दस्तावेज अपलोड करना, चोरी किए गए कार्ड जैसे अनधिकृत भुगतान विधियों का उपयोग करना और किसी भी हैक या मिलीभगत की तकनीक का उपयोग कर गेमप्ले के दौरान धोखा देना, कुछ प्रमुख कारण हैं जिनकी वजह से उपयोगकर्ता खातों को ब्लॉक किया गया था.
एमपीएल के उपाध्यक्ष, सुरक्षा और अनुपालन, रुचिर पटवा ने एक बयान में कहा, यह कदम हमारे प्लेयर-फस्र्ट ²ष्टिकोण के अनुरूप है और यह एमपीएल के उपयोगकर्ताओं के प्रति जीरो टोलरेंस को भी उजागर करता है जो गेमप्ले के परिणामों को बदलने और अनुचित लाभ प्राप्त करने के लिए अवैध प्रथाओं का सहारा लेते हैं. इस तरह की पहल के साथ, एमपीएल एक सुरक्षित और उपयोगकर्ता के अनुकूल प्लेटफॉर्म के रूप में जारी रहने के लिए तैयार है जिस पर उपयोगकर्ताओं द्वारा भरोसा किया जाता है.
गेमिंग प्लेटफॉर्म ने प्लेयर-फस्ट दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने और उपयोगकतोओं को एक सुरक्षित और जोखिम मुक्त गेमिंग अनुभव प्रदान करने के लिए कई पहलों की भी घोषणा की है. इसके हिस्से के रूप में, कंपनी ने प्लेटफॉर्म पर वैध भेद्यता की सफलतापूर्वक पहचान करने के लिए सुरक्षा शोधकर्ताओं को 10 लाख रुपये तक का इनाम देने के लिए एक बग बाउंटी कार्यक्रम शुरू किया. बग बाउंटी कार्यक्रम शोधकर्ताओं को ऐसी किसी भी संभावना की रिपोर्ट करने की अनुमति देगा जो किसी खिलाड़ी को अनुचित लाभ दे सकती है.
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Source : IANS