भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) की तरफ से गुरुवार को श्रीहरिकोटा से भारत के सबसे बड़े कम्युनिकेशन सैटलाइट GSAT-6A की लॉन्चिंग के 48 घंटे बाद ही तकनीकी गड़बड़ी का मामला सामने आ रहा है।
इसरो के अनुसार सैटलाइट में तकनीकी खराबी की वजह से इसका संपर्क टूट गया है। वैज्ञानिकों का समूह इस सैटेलाइट से संपर्क करने की कोशिश कर रहा है।
गौरतलब है कि इसरो ने 1 अप्रैल को बयान जारी कर कहा है कि 31 मार्च 2018 की सुबह जीएसएटी -6 ए सैटलाइट की दूसरी कक्षा की सफलतापूर्वक स्थापना हो गई थी। हालांकि तीसरे और अंतिम कक्षा की स्थापना के दौरान पावर सिस्टम में गड़बड़ी के चलते सैटलाइट से संपर्क टूट गया।
इसरो ने बयान में कहा, 'सफलतापूर्वक चल रही सैटलाइट GSAT-6A जब तीसरे और अंतिम चरण के तहत 1 अप्रैल 2018 को सामान्य ऑपरेटिंग की प्रक्रिया में था, उसी वक्त हमारा संपर्क टूट गया। हालांकि सैटलाइट से लगातार दोबारा लिंक करने की कोशिश लगातार जा रही है।'
इस सैटलाइट को भारतीय सेना की संचार सेवाओं को मजबूत बनाने में मील का पत्थर माना जा रहा है।
बता दें कि अटकले लगाई जा रही हैं कि शनिवार को इसरो के चेयरमैन के शिवन की वैज्ञानिकों के साथ हुई 'मैराथन बैठक' इसी संदर्भ में हुई थी।
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HIGHLIGHTS
- GSAT-6A की गुरुवार को श्रीहरिकोटा से हुई थी लॉन्चिंग
- प्रक्षेपण के 48 घंटे के भीतर ही मिशन को लगा झटका
- पावर सिस्टम में गड़बड़ी के बाद सैटलाइट और इसरो का टूटा संपर्क
Source : News Nation Bureau