क्या कभी किसी ने सोचा था कि आज दुनिया मंगल, चंद्रमा और अंतरिक्ष तक पहुंच जायेगी? एक पल के लिए जब कुछ हजार साल पहले पीछे मुड़कर देखते हैं तो यकीन ही नहीं होता. आज दुनिया के लोग ब्रह्मांड तक पहुंच गए हैं. चांद पर कदम रख दिया है. अंतरिक्ष से वापस लौटे गए हैं. इतना सब कुछ करने के बाद भी ये स्पेस, चांद, मंगल की दुनिया आज भी रहस्यमयी बनी हुई है. उदाहरण के तौर पर अंतरिक्ष को ही ले लीजिए, अंतरिक्ष की दुनिया इतनी रहस्यमयी है कि आज भी यह लोगों को हैरान कर देती है. ऐसे में आज हम इस खबर में जानेंगे कि अगर किसी व्यक्ति की अंतरिक्ष में मौत हो जाए तो क्या उसके शरीर को नीचे लाया जा सकता है?
अब तक हो चुकी हैं 21 मौतें
अमेरिकी एजेंसी नासा अपने वैज्ञानिकों को अंतरिक्ष में भेजती है और इसमें अमेरिका को सफलता भी हासिल हुई है. ऐसे में मान लीजिए कि कोई अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में जाता है और फंस जाता है, दुर्भाग्य से उसकी मृत्यु हो जाती है, तो क्या उसके शव को नीचे लाया जा सकता है? इसमें कोई शक नहीं कि अंतरिक्ष की दुनिया खतरनाक नहीं है. यहां एक गलती और सीधे मौत का कारण बनती है. आपको बता दें कि अंतरिक्ष अभियानों की शुरुआत से लेकर अब तक करीब 21 अंतरिक्ष यात्रियों की मौत हो चुकी है. सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या ये शव वापस लौट आए?
स्पेस में दिया जाता है छोड़
ये मिशन इतना खतरनाक होता है कि कभी भी किसी की जान भी जा सकती है. ऐसे में जब किसी की मौत हो जाती है तो उसके शव को साथ रखना बहुत मुश्किल हो जाता है. जब किसी अंतरिक्ष यात्री की मृत्यु हो जाती है तो उसके शरीर को वापस नहीं लाया जा सकता क्योंकि अंतरिक्ष यान में जगह की कमी हो जाती है और ऐसे में शव को रखना बहुत मुश्किल होता है. इसलिए शव को एयरलॉक सूट में पैक करके अंतरिक्ष में छोड़ा जाता है.शव स्पेस में घूमता रहता है. साथ ही ठंड होने के कारण ये कभी सड़ता नहीं है और नाही इसमें गंध आती है.
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अंतरिक्ष यात्रियों पर निर्भर करता है ये
हालांकि, नासा के अनुसार, जब किसी अंतरिक्ष यात्री की मृत्यु हो जाती है, तो उसके शरीर को जमीन पर लाया जा सकता है. वैज्ञानिकों ने सबसे पहले पता लगाते हैं कि मौत कहां पर हुई है? ये सबसे महत्वपूर्ण होता है. किसी अंतरिक्ष यात्री की पृथ्वी की निचली कक्षा में मृत्यु हो जाती है, तो उसके शरीर को चालक दल द्वारा एक कैप्सूल में रखा जा सकता है और कुछ घंटों के भीतर पृथ्वी पर वापस लाया जा सकता है.इस अंतरिक्ष मिशन के साथ एक कैप्सूल भी दिया जाता है. जिसमें यात्री के शव को कुछ दिनों तक सुरक्षित रखा जा सकता है. तो यह इस बात पर निर्भर करता है कि अंतरिक्ष में जगह है या नहीं? जगह हो तो रख लेते हैं अन्यथा छोड़ देते हैं.
Source : News Nation Bureau