सड़क दुर्घटनाओं (Road Accidents) में अक्सर दोपहिया वाहन (Two Wheelers) चालकों की मौत सिर पर हेलमेट (Helmet) न पहनने से होती हैं. हादसों को रोकने के लिए जयपुर के एक इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों ने ऐसा हेलमेट (Helmet) बनाया है, जिसे पहने बगैर बाइक स्टार्ट ही नहीं होगी. हेलमेट (Helmet) को उतारते ही इंजन खुद बंद हो जाएगा. अगर शराब कर रखा है तो बाइक का इंजन खुद व खुद बंद हो जाएगा.
आए दिन सड़क हादसों में बाइक सवार अपनी जान गवां रहे है. हेलमेट (Helmet) को पहनकर लोग नहीं चलते हैं. ऐसा हेलमेट (Helmet) तैयार किया जाए कि जिससे उसके बिना पहने बाइक ही स्टार्ट न हो.साथ ही अगर शराब पी रखी है तो बाइक स्टार्ट नहीं होगी साथ ही घर वालों और पुलिस के पास एक मैसेज चला जायेगा. इस मकसद के साथ जयपुर शहर की स्टूडेंट ने एक ऐसा हेलमेट (Helmet) डिजाइन किया है.
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शहर के निजी इंजीनियर कॉलेज के स्टूडेंट संजय चौहान शुभम सिंगल और सलोनी जाजू की टीम ने मिलकर मेंटर र गरिमा माथुर असिस्टेंट प्रोफेसर दुर्गेश के सुपर विजन एक ऐसा प्रोटोटाइप तैयार किया है जो राइडर को ड्रिंक करने के बाद बाइक चलाने से रोकेगा.
इस तरह से तैयार किया हेलमेट (Helmet)
इंजीनियरिंग छात्रों ने बताया कि ऐसा चाहते थे कि बाइक सवार लोग हादसे में जिंदगी न खोए. एक साल के प्रयोग के बाद इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और पल्स सेंसर से लेस एक हेलमेट (Helmet) तैयार किया है. हेलमेट (Helmet) की एक डिवाइस को बाइक के इंजन से जोडऩे पर यह काम करने लगेगा. हेलमेट (Helmet) पहनने पर ही बाइक स्टार्ट होगी. अगर, गाड़ी स्टार्ट होने के बाद हेलमेट (Helmet) उतार देंगे तो इंजन खुद ही बंद हो जाएगा. शराब पी रखी है तो भी गाड़ी स्टार्ट नहीं होगी,घर वालो,पुलिस को मैसेज भी चला जाएगा. इस हेलमेट (Helmet) में माइक्रोकंट्रोलर (आरडीनो), अल्कोहल सेंसर, हैड स्विच, आरएफ (रेडियो फ्रीक्वेंसी) ट्रांसमीटर, आरएफ रिसीवर को लगाया गया है, जिसके माध्यम से शराब पीने पर भी गाड़ी स्टार्ट नहीं होगी.
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हेलमेट (Helmet) में एक अल्कोहल सेंसर लगाया गया है,जो राइडर की ओर से कन्जूम की गई अल्कोहल की क्वालिटी का पता लगाएगा परमीसिबल क्वालिटी से ज्यादा अल्कोहल होने पर यह सेंसर बाइक को सिग्नल भेजेगा और बाइक स्टार्ट ही नहीं होगी बाइक के टेक्नीशियन में भी सेंसर लगा हुआ सिम से लैस जीएसएस मॉड्यूल पर यह मैकेनिक डेवलप्ड किया गया है साथ ही हेलमेट (Helmet) राइडर के फैमिली मेंबर्स और ट्रैफिक पुलिस को मोबाइल पर मैसेज भी भेजेगा.
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टीम की मेंटर डॉक्टर गरिमा माथुर और असिस्टेंट प्रोफेसर दुर्गेश ने बताया कि आजकल ड्रिंक एंड ड्राइव के केसेज बढ़ रहे हैं और इनसे एक्सीडेंट्स भी काफी हो रहे हैं ऐसे में स्टूडेंट्स की ओर से डिजाइन के स्मार्ट हेलमेट (Helmet) रोड एक्सीडेंट्स में कमी लाएगा इस मॉड्यूल को इंटरनेट की जरूरत नहीं होगी यह पूरा मेकेनिज्म वायरलेस पर है.
दोपहिया वाहन सबसे खतरनाक
- 2017 में दोपहिया वाहन सबसे ज़्यादा हादसे का शिकार बने
- कुल हादसे में टू व्हीलर की हिस्सेदारी 33.9% रही
- सबसे ज़्यादा मौत 29.8% दोपहिया वाहन चालकों की ही हुई
- 48,746 दोपहिया वाहन चालक मारे गए
- मरने वालों में ज़्यादातर की उम्र 18 -45 साल थी
- मरने वालों में 73.8% लोग बिना हेलमेट (Helmet) के थे
(2017 के आंकड़े Source- Ministry Of Road And Transport )
Source : लालसिंह फ़ौज़दार