भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान यानी आईआईटी, दिल्ली जल्द ही ट्रांसपोर्ट रिसर्च एंड इंजरी प्रिवेंशन सेंटर का एक नया केंद्र स्थापित करेगा. यह केंद्र सड़क सुरक्षा एवं आधुनिक सड़क परिवहन प्रणाली के क्षेत्र में महत्वपूर्ण अनुसंधान और शोध करेगा. इसका उद्देश्य देश में सड़क परिवहन को अधिक सुगम व सुरक्षित बनाना है. आईआईटी दिल्ली का यह नया केंद्र 'ट्रांसपोर्टेशन रिसर्च एंड इंजरी प्रिवेंशन सेंटर' सड़क परिवहन और यातायात सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक ज्ञान एवं तकनीक पर ध्यान केंद्रित करेगा. इसकी सड़क यातायात सुरक्षा संबंधी तकनीक भारत और भारत जैसे सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियों वाले क्षेत्रों में उपयोगी होगी.
यह भी पढे़ं : पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 212 नए केस, 25 की मौत
आईआईटी दिल्ली में पहले से चल रहे ट्रांसपोर्टेशन रिसर्च प्रोग्राम
आईआईटी दिल्ली में पहले से चल रहे ट्रांसपोर्टेशन रिसर्च प्रोग्राम को अब इस नए केंद्र में बदलने की मंजूरी दी जा चुकी है. आईआईटी के इस नए केंद्र से सड़क परिवहन और यातायात सुरक्षा के पहलुओं पर अनुसंधान होगा. पोस्ट ग्रेजुएशन स्तर का यह कार्यक्रम शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करके राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय जरूरतों को पूरा करने की दिशा में काम करेगा. इसमें सड़क योजना और यातायात सुरक्षा से जुड़े डिजाइन, यातायात सुरक्षा से जुड़े सड़क-उपयोगकर्ता व्यवहार आदि का अध्ययन एवं शोध शामिल हैं. साथ ही सतत परिवहन प्रणाली, मिश्रित यातायात और नई वाहन प्रौद्योगिकी के सुरक्षा पहलू पर भी यह फोकस करेगा.
यह भी पढे़ं : जहां सम्मेलन विफल हो जाता है, नवाचार मदद कर सकता है- पीएम मोदी
नया केंद्र मास्टर ऑफ साइंस (एमएस) अनुसंधान कार्यक्रम की पेशकश करेगा
आईआईटी दिल्ली के मुताबिक मौजूदा पीएचडी कार्यक्रम को जारी रखने के अलावा, नया केंद्र मास्टर ऑफ साइंस (एमएस) अनुसंधान कार्यक्रम की पेशकश करेगा. यह छात्रों और पेशेवरों को परिवहन सुरक्षा के क्षेत्र में प्रशिक्षित करेगा और छात्रों को अनुसंधान के लिए तैयार करेगा.
यह भी पढे़ं : 2026 के चुनाव तक TMC की मदद करते रहेंगे प्रशांत किशोर, जानें क्यों
नए केंद्र के बारे में बोलते हुए आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर के रामचंद्र राव ने कहा, '' आगामी केंद्र एक अंत विषय कार्यक्रम को सफलतापूर्वक चलाने के लिए एक अनूठा टेम्पलेट है. इसका उद्देश्य मुख्य अनुसंधान विषयों के माध्यम से सड़क परिवहन सुरक्षा में नई ऊंचाइयों को प्राप्त करना होगा. हम सुरक्षित परिवहन और शहरी गतिशीलता के मानकों को विकसित करने का प्रयास करेंगे.
HIGHLIGHTS
- ट्रांसपोर्टेशन रिसर्च प्रोग्राम को अब इस नए केंद्र में बदलने की मंजूरी दी जा चुकी है
- IIT के इस नए केंद्र से सड़क परिवहन और यातायात सुरक्षा के पहलुओं पर अनुसंधान होगा
- नया केंद्र मास्टर ऑफ साइंस (एमएस) अनुसंधान कार्यक्रम की पेशकश करेगा