अंतरिक्ष क्षेत्र में बड़ा हादसा होते होते टल गया. दो उपग्रह आपस में टकराने से बच गए. जिसके बाद वैज्ञानिकों ने राहत की सांस ली. अंतरिक्ष में भारत और रूस के उपग्रह एक-दूसरे के काफी नजदीक आ पहुंचे थे. दोनों उपग्रहों की दूरी महज 224 मीटर थी. रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रॉसकॉसमॉस ने इसका दावा किया है. रूसी अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया कि यह घटना 27 नवंबर को घटी.
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रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रॉसकॉसमॉस ने ट्वीट में दावा किया, '27 नवंबर को भारतीय समयानुसार सुबह करीब 7.19 बजे 700 किलोग्राम से अधिक वजनी भारतीय उपग्रह कार्टोसैट-2 एफ खतरनाक रूप से रूसी उपग्रह कानोपस-वी के पास पहुंच गया. उपग्रहों के बीच न्यूनतम दूरी 224 मीटर थी. दोनों उपकरण पृथ्वी के रिमोट सेंसिंग के लिए डिजाइन किए गए हैं.'
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इससे पहले अंतरिक्ष में मलबे के तौर पर बेकार पड़ी रूसी सैटेलाइट और निष्क्रिय चीनी रॉकेट के बीच पिछले महीने संभावित टक्कर का खतरा टला था. 1256 जीएमटी पर दोनों ऑब्जेक्ट्स एक-दूसरे के काफी करीब थे. गनीमत रही कि यह आपस में नहीं टकराए. हालांकि कैलिफोर्निया स्थित अंतरिक्ष मलबे को ट्रैक करने वाली कंपनी लियोलैब्स ने इन दो ऑब्जेक्ट्स की टक्कर होने की 10 प्रतिशत से अधिक संभावना जताई थी. लियोलैब्स ने कहा था कि रूसी सैटेलाइट और निष्क्रिय चीनी रॉकेट का संयुक्त द्रव्यमान लगभग 2,800 किलोग्राम था.
Source : News Nation Bureau