सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रोफाइल बनाने के लिए बच्चे फर्जी जन्मतिथि का उपयोग कर रहे हैं. इस बढ़ती चिंताओं के बीच मेटा के स्वामित्व वाले इंस्टाग्राम ने उपयोगकर्ताओं के लिए भारत में एक मूल आईडी या वीडियो सेल्फी के माध्यम से अपनी उम्र वेरिफाई करने के लिए नया परीक्षण लाया है. अगर कोई भारत में 18 या उससे अधिक उम्र के इंस्टाग्राम पर अपनी जन्मतिथि एडिट करने का प्रयास करता है, तो कंपनी को अब उन्हें दो विकल्पों में से एक का उपयोग कर अपनी आयु वेरिफाई करने की आवश्यकता होगी, जिसमें पहला अपनी आईडी अपलोड करें या एक वीडियो सेल्फी रिकॉर्ड करें, का ऑप्शन मिलेगा.
कंपनी ने कहा, हम इसका परीक्षण कर रहे हैं ताकि हम यह सुनिश्चित कर सकें कि किशोर और वयस्क अपने आयु वर्ग के लिए सही अनुभव में हैं. इस साल जून में अमेरिका में परीक्षण शुरू हुआ और अब इसका विस्तार भारत और ब्राजील में हो रहा है.
कंपनी की योजना इस साल के अंत से पहले यूके और यूरोपीय संघ में परीक्षण का विस्तार करने की है.
इंस्टाग्राम ने कहा, हम कुछ सुधार करने के लिए परीक्षण से उम्र वेरिफिकेशन करने के विकल्प के रूप में सोशल वाउचिंग को भी हटा रहे हैं.
सोशल वाउचिंग विकल्प ने उपयोगकर्ताओं को आपसी फॉलोअर्स से यह पुष्टि करने के लिए कहा कि वे कितने साल के थे. जिन तीन लोगों को उन्होंने प्रमाणित करने के लिए चुना था, उन्हें अपनी उम्र की पुष्टि करने का अनुरोध प्राप्त हुआ और उन्हें तीन दिनों के भीतर जवाब देने की आवश्यकता थी.
अब, परीक्षण के वे भाग भारत में अपनी आयु वेरिफाई करने के लिए एक वीडियो सेल्फी अपलोड करना चुन सकते हैं.
इस हफ्ते की शुरुआत में, यूके के मीडिया वॉचडॉग ऑफकॉम ने कहा कि 8 से 17 साल के बीच के एक तिहाई से अधिक बच्चे फर्जी जन्मतिथि के साथ साइन अप करने के बाद विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रहे हैं.
ऑफकॉम ने एक बयान में कहा, हमारे लेटेस्ट शोध से पता चलता है कि आठ से 17 वर्ष की आयु के अधिकांश (77 प्रतिशत) सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं का अपना खाता या प्रोफाइल कम से कम एक बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर है.
Source : IANS