हमें अंतरिक्ष में मानव उपस्थिति सुनिश्चित करनी चाहिए... अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष सम्मेलन में ISRO प्रमुख एस सोमनाथ ने पीएम मोदी के इन शब्दों का जिक्र किया. इस दौरान उन्होंने अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए भारत के महत्वाकांक्षी दृष्टिकोण को रेखांकित करते हुए कहा कि, प्रधानमंत्री हमेशा अंतरिक्ष प्रयासों के प्रबल समर्थक रहे हैं. गुजरात के गांधीनगर में आयोजित इस सम्मेलन में बोलते हुए उन्होंने आगामी 2035 तक अंतरिक्ष में एक भारतीय स्टेशन निर्माण के लक्ष्य पर भी प्रकाश डाला...
गौरतलब है कि, ISRO प्रमुख एस सोमनाथ ने इस दौरान बोला कि, "चंद्रयान की सफलता और ISRO की बीते छह महीनों की तमाम उपलब्धियों के मद्देनजर, पीएम मोदी ने हमारे लिए एक खास तरह का प्लान तैयार किया है, जो इसरो की वर्तमान परियोजनाओं को आगे ले जाता है."
एस सोमनाथ ने बोला कि, इसरो का लक्ष्य सिर्फ गगनयान मिशन को एक्सीक्यूज करना ही नहीं, बल्कि अंतरिक्ष में मानवीय गतिविधियों को बनाए रखना है, जिससे आने वाले वक्त में एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री, चंद्रमा की सतर पर कदम रख सके.
ISRO प्रमुख एस सोमनाथ ने इस दौरान आश्वासन देते हुए कहा कि, भले ही अभी इसकी समयसीमा दूर लग सकती है, लेकिन यह पहुंच के भीतर है, इस सपने को वास्तविकता बनाने के लिए योजनाएं पहले से ही चल रही हैं. इसके साथ ही उन्होंने आगामी 2035 तक एक भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन के निर्माण के लक्ष्य पर भी प्रकाश डाला, जो भारतीयों के लिए सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण स्थितियों में अनुसंधान करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा.
मालूम हो कि, भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ISRO गगनयान मिशन की भी तैयारी कर रही है, जिसमें लक्षित 2025 लॉन्च के लिए तैयारी सुनिश्चित करने के लिए 2024 में परीक्षणों की एक श्रृंखला की योजना बनाई गई है.
Source : News Nation Bureau