भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा छोड़ा गया चंद्रयान-2 (Chandrayaan-2) आगे बढ़ रहा है. भारतीय वैज्ञानिक अपने दूसरे मून मिशन को लगातार पृथ्वी की कक्षा से आगे बढ़ा रहे हैं. चंद्रयान-2 कक्षा में सफलतापूर्वक चौथी बार बदलाव किया है. 6 अगस्त को अंतिम बार पृथ्वी के चारों तरफ चंद्रयान-2 के ऑर्बिट को बदला जाएगा.
इसरो (ISRO) ने बताया कि आज यानी शुक्रवार को 2 अगस्त को दोपहर 2 बजे से 3 बजे के बीच चंद्रयान-2 की कक्षा में सफलतापूर्वक चौथी बार बदलाव किया. अब इसकी पेरिजी 277 किमी और एपोजी 89,472 किमी कर दी गई है.
इससे पहले 29 जुलाई को चंद्रयान-2 धरती के तीसरे कक्ष में दोपहर 3 बजकर 12 मिनट पर सफलतापूर्वक पहुंचा दिया गया था. कक्षा में परिवर्तन के लिए चंद्रयान में मौजूद प्रोपेलिंग सिस्टम का 989 सेकेंड तक इस्तेमाल किया गया.
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बता दें कि 22 जुलाई को इसरो ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर भेजने के लिए चंद्रयान-2 को लॉन्च किया था. चंद्रयान-2 की यात्रा 48 दिन की है. 48वें दिन चंद्रयान-2 चंद्रमा पर उतरेगा.