Indian Space Research Organization-ISRO यानी कि इसरो अगले साल 2020 जनवरी तक अपना नया संचार उपग्रह GSAT-30 (GSAT-30 Communication Satellite) लांच करने की योजना बना रहा है. इस उपग्रह को लांच करने के बाद देश की संचार व्यवस्था और भी मजबूत हो जाएगी. बताया जा रहा है कि इस उपग्रह के लांच होने से इंटरनेट टेक्नॉलजी में नई कांति आने की उम्मीद है.
इस उपग्रह के लांच होने के बाद सबसे महत्वपूर्ण बात ये होगी कि अभी तक जिन जगहों पर इंटरनेट और मोबाइल सेवा नहीं पहुंच पाई है, वहां भी मोबाइल सेवा शुरू हो जाएगी.
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मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो GSAT-30 लांच होने के बाद 15 सालों तक पृथ्वी के ऊपर भारत के लिए काम करता रहेगा. डीआरजीओ के मुताबिक, इसे जियो इलिप्टिकल ऑर्बिट में स्थापित किया जाएगा. इस उपग्रह में दो सोलर पैनल इसे ऊर्जा प्रदान करेगी.
GSAT-30 जीसैट सीरीज का बेहद पावरफुल संचार उपग्रह है जिसकी मदद से देश की संचार प्रणाली में नई क्रांति आने की संभावना है. हालांकि ISRO अभी जीसैट सीरीज के 14 सैटेलाइट काम कर रहे हैं. इनकी बदौलत ही देश में संचार व्यवस्था कायम है.
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GSAT-30 जीसैट सीरीज का बेहद ताकतवर संचार उपग्रह है जिसकी मदद से देश की संचार प्रणाली में और इजाफा होगा. अभी जीसैट सीरीज के 14 सैटेलाइट काम कर रहे हैं. इनकी बदौलत ही देश में संचार व्यवस्था कायम है.
HIGHLIGHTS
- ISRO 2020 जनवरी तक GSAT-30 संचार उपग्रह (Communication Satellite) को कर सकता है लांच.
- इस उपग्रह को लांच करने के बाद देश की संचार व्यवस्था और भी मजबूत हो जाएगी.
- इस उपग्रह के लांच होने से इंटरनेट टेक्नॉलजी में नई कांति आने की उम्मीद है.