गैलिलियो के जीवन काल के बाद पहली बार एक-दूसरे के इतने करीब से गुजरे बृहस्पति-शनि

दो ग्रहों बृहस्पति और शनि को एक-दूसरे के बेहद करीब से गुजरते हुए दिखा. बृहस्पति और शनि की इस युति में सौर मंडल का सबसे बड़ा ग्रह चमकदार तारे की तरह दिखा, वहीं शनि उसके सामने कुछ फीका और छोटा दिखा.

author-image
Shailendra Kumar
एडिट
New Update
Jupiter-Saturn

पहली बार एक-दूसरे के इतने करीब से गुजरे बृहस्पति-शनि( Photo Credit : @Wikipedia)

Advertisment

खगोलीय घटनाओं में दिलचस्पी रखने वालों के लिए सोमवार की शाम बेहद दिलचस्प और रोमांचक रही जब उन्होंने सौर मंडल के दो ग्रहों बृहस्पति और शनि को एक-दूसरे के बेहद करीब से गुजरते हुए देखा. बृहस्पति और शनि की इस युति में सौर मंडल का सबसे बड़ा ग्रह चमकदार तारे की तरह दिखा, वहीं शनि उसके सामने कुछ फीका और छोटा दिखा. कुछ देर के लिए दोनों ग्रह जब अपनी-अपनी कक्षाओं में एक-दूसरे के सामने आए तो वे एक चमकदार तारे की तरह दिखे.

यह भी पढ़ें : आईआईटी दिल्ली ने किया शाकाहारी अंडे का आविष्कार

करीब 400 साल बाद इतने करीब से गुजर रहे ग्रहों को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग कोलकाता और पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में एकत्र हुए थे. हालांकि सूर्यास्त के तुरंत बाद कोहरा होने की वजह से लोगों को इसे देखने में कुछ दिक्कत भी आयी. बिड़ला औद्योगिक और तकनीकी संग्रहालय ने बताया कि सैकड़ों की संख्या में लोग वहां पहुंचे और दूरबीन की मदद से इस नजारे को देखा.

यह भी पढ़ें : लॉकडाउन में बंद हुआ यह बड़ा मंदिर पहली बार आम श्रद्धालुओं के लिए खुला

बिड़ला तारामंडल के निदेशक देबी प्रसाद दुआरी ने बताया कि 1623 (गैलिलियो का जीवन काल) के बाद ये दोनों ग्रह कभी इतने करीब नहीं आए. उन्होंने बताया, जब दो खगोलीय पिंड पृथ्वी से देखने पर एक-दूसरे के बेहद पास नजर आते हैं तो इसे युति कहते हैं. बृहस्पति और शनि की यह युति दुर्लभ है और यह जीवन काल में एक बार होने वाली घटना है.

यह भी पढ़ें : सरकारी स्कूल के छात्रों को ऑनलाइन पढ़ाई के लिए मिले 230 स्मार्टफोन

खगोलविदों का कहना है कि सोमवार की यह युति इसलिए विशेष है क्योंकि इस बार दोनों ग्रह एक-दूसरे से बेहद करीब थे. उन्होंने कहा, हम अपने नजरिये के हिसाब से बात करें तो बृहस्पति और शनि के बीच एक डिग्री के महज 10वें हिस्से जितनी दूरी होगी या फिर हम कह सकते हैं कि दोनों ग्रहों के बीच की दूरी चंद्रमा के पांचवें हिस्से के बराबर होगी.

Source : Bhasha

Science & Tech News Solar System Science & tech Telescope Jupiter-Saturn Galileo life Astronomical Event galileo
Advertisment
Advertisment
Advertisment