नए साल पर अक्सर लोग देश या विदेश में घूमने की प्लानिंग करते हैं. ऐसे में अगर आपने भी पड़ोसी देश नेपाल घूमने जाने का प्लान बनाया है, तो ये खबर आपके लिए ही है. क्योंकि नेपाल में जल्द ही कठोर नियम लागू होने वाला है, जिसे फिलहाल आंशिक तौर पर लागू भी कर दिया गया है. जिसके तहत देश में कदम रखने पर आपका फोन किसी काम का नहीं रहेगा. इसके पीछे का कारण है नेपाल दूरसंचार प्राधिकरण की मोबाइल डिवाइस प्रबंधन प्रणाली (MDMS).
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गौरतलब है कि इस प्रणाली की चर्चा तब तेज हो गई, जब हाल ही में पूर्व माओवादी नेता पुष्प कमल दहल प्रचंड ने नई सरकार का गठन किया और देश के प्रधानमंत्री बने. इसके लिए उन्होंने पांच अन्य दलों के साथ गठबंधन किया. फिर 165 सांसदों के साथ मिलकर सरकार बनाई. इसी सरकार ने नेपाल में आने वाले विदेशियों के लिए नए नियम की पेशकश की है, जिस पर अभी फैसला आना बाकी है. आपको बता दें कि इस नियम के लागू होने के बाद देश में आने वाले किसी भी नए मोबाइल फोन का हवाई अड्डे पर पंजीकरण करवाना होगा, वरना फोन 15 दिनों के बाद काम करना बंद कर देगा.
इस मोबाइल डिवाइस प्रबंधन प्रणाली को लोगों की मिलीजुली प्रतिक्रिया मिल रही है. जहां कुछ लोग नई सरकार के इस नए कदम की तारीफ कर रहे हैं. वहीं, कुछ का कहना है कि ये फैसला नेपाल के पर्यटन पर खासा असर डालेगा, क्योंकि इस वजह से विदेशी वहां नहीं जाना चाहेंगे.
एनटीए (नेपाल दूरसंचार प्राधिकरण) का कहना है कि वे 01 जनवरी से देश में आयात किए जाने वाले सभी फोनों के लिए इसे अनिवार्य बनाने की तैयारी में हैं. इस फैसले की घोषणा करना अभी भी बाकी है, जिसकी वजह है प्रधानमंत्री के अनुरोध पर इसे स्थगित किया जाना. लेकिन इसे आंशिक रूप से शुरू कर दिया गया है.
HIGHLIGHTS
- नेपाल में लागू होने वाला है MDMS नियम
- बाहर से आने वाले लोग नहीं चला पाएंगे अपना फोन
- इस्तेमाल करने के लिए करना होगा ये काम