Science News : ऐसा माना जाता है कि पृथ्वी का जन्म लगभग 4.54 अरब साल पहले हुआ था. यह अनुमान पृथ्वी की सबसे पुरानी चट्टानों और चंद्रमा तथा उल्कापिंडों के नमूनों के रेडियोधर्मी डेटिंग के आधार पर लगाया गया है. पृथ्वी के जन्म के प्रमुख कारण हैं , जिसमें सौर मंडल का निर्माण लगभग 4.6 अरब साल पहले, सौर नेबुला नामक गैस और धूल के बादल से सौर मंडल का निर्माण हुआ था. इस दौरान नेबुला के केंद्र में सूर्य का निर्माण हुआ और बची हुई गैस और धूल के कण आपस में मिलकर ग्रहों, including पृथ्वी, का निर्माण किया.
शुरूआत में पृथ्वी पिघले हुए लावा का गोला थी, लेकिन धीरे-धीरे ठंडी होकर कठोर पपड़ी बन गई. इश दौरान माना जाता है कि एक विशाल वस्तु, जिसे थिया कहा जाता है, पृथ्वी से आकर टकराई, जिससे मलबे का एक बड़ा हिस्सा निकला और चंद्रमा का निर्माण हुआ. इन सभी घटनओं के बाद पृथ्वी का निर्माण हुआ.
सौर मंडल क्या है?
सौर मंडल वह प्रणाली है जिसमें सूर्य और उससे गुरुत्वाकर्षण द्वारा बंधे हुए सभी खगोलीय पिंड शामिल हैं. इसमें ग्रह, चंद्रमा, क्षुद्रग्रह, धूमकेतु, और धूल तथा गैस के बादल शामिल हैं.
सूर्य:
1 - सौर मंडल का केंद्र और सबसे बड़ा पिंड.
2 - इसका व्यास लगभग 1.39 मिलियन किलोमीटर है.
3 - यह हाइड्रोजन और हीलियम गैस से बना है और न्यूक्लियर फ्यूजन के जरिए से ऊर्जा पैदा करता है.
ग्रह:
1 - आंतरिक ग्रह : बुध (Mercury), शुक्र (Venus), पृथ्वी (Earth), और मंगल (Mars) आंतरिक ग्रह हैं. ये ग्रह चट्टानी सतह वाले हैं और सूर्य के निकट मौजूद हैं.
2 - बाहरी ग्रह : बृहस्पति (Jupiter), शनि (Saturn), अरुण (Uranus), और वरुण (Neptune) हैं और ये ग्रह गैसों और तरल पदार्थों से बने हुए हैं और आकार में बड़े हैं.
छोटे ग्रह:
1 - इसमें प्लूटो (Pluto), एरिस (Eris), हाउमिया (Haumea), माके माके (Makemake) शामिल हैं. ये छोटे ग्रह हैं जो पूर्ण ग्रह की परिभाषा को पूरा नहीं करते.
क्षुद्रग्रह :
1 - छोटे, चट्टानी पिंड जो मुख्य रूप से मंगल और बृहस्पति के बीच क्षुद्रग्रह बेल्ट में पाए जाते हैं.
धूमकेतु :
1 - बर्फ, धूल, और चट्टान के पिंड जो सूर्य के चारों ओर अण्डाकार कक्षाओं में घूमते हैं और जब ये सूर्य के करीब आते हैं, तो बर्फ पिघलने लगती है, जिससे धूमकेतु की पूंछ बनती है.
सौर मंडल का अध्ययन खगोल विज्ञान के क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह हमें ब्रह्मांड में हमारी स्थिति और हमारे ग्रह प्रणाली के गठन और विकास के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है. तो अब जानते हैं पृथ्वी के निर्माण करने में कौन सा ग्रह महत्वपूर्ण योगदान दिया है.
पृथ्वी के निर्माण में कौन सा ग्रह महत्वपूर्ण है
1 - सौर नेबुला
गैस और धूल का बादल: लगभग 4.6 अरब साल पहले, गैस और धूल का एक विशाल बादल बना, जिसे सौर निहारिका कहा जाता है. यह निहारिका गुरुत्वाकर्षण के कारण सिकुड़ने लगी और इसके केंद्र में एक प्रोटोस्टार का निर्माण हुआ.
2 - ग्रहों का निर्माण
जैसे-जैसे नेबुला घूमता गया, यह एक चपटी डिस्क बन गई, जिसके केंद्र में ज्यादातर पदार्थ था, जिससे सूर्य बना. चपटी डिस्क में धूल के कण आपस में टकराए और एक साथ मिलकर छोटे पिंड बन गए जिन्हें प्लेनेटेसिमल कहा जाता है.
3 - प्रोटो-प्लैनेट का निर्माण
ये छोटे-छोटे पिंड आपस में टकराकर आपस में जुड़ गए और बड़े पिंड बन गए जिन्हें प्रोटो-ग्रह कहा जाता है. इन प्रोटो-ग्रहों में से एक पृथ्वी का प्रारंभिक रूप था, जो धीरे-धीरे आकार में बड़ा होता गया.
4 - गुरुत्वाकर्षण का प्रभाव
जैसे-जैसे पृथ्वी का आकार बढ़ता गया, इसका गुरुत्वाकर्षण बढ़ता गया, जिससे अधिक ग्रह-पिंड और धूल आकर्षित होने लगी. टकरावों और रेडियोधर्मी तत्वों के क्षय के परिणामस्वरूप, पृथ्वी की आंतरिक गर्मी बढ़ गई और इसका आंतरिक भाग पिघलने लगा. पिघली हुई पृथ्वी में, भारी तत्व (जैसे लोहा और निकल) केंद्र की ओर डूब गए, और हल्के तत्व (जैसे सिलिकॉन और ऑक्सीजन) सतह पर तैरने लगे. इस प्रक्रिया को विभेदन कहा जाता है।
5 - चंद्रमा का निर्माण
ऐसा माना जाता है कि मंगल ग्रह के आकार का एक पिंड जिसे थिया कहा जाता है, पृथ्वी से टकराया था. इस टक्कर से निकले मलबे से चंद्रमा का निर्माण हुआ.
6 - पृथ्वी का ठंडा होना और जीवन की शुरूआत
धीरे-धीरे पृथ्वी की सतह ठंडी हो गई और एक ठोस परत बन गई. ज्वालामुखीय गतिविधि और धूमकेतुओं के कारण पानी और गैसें आईं, जिससे महासागर और वायुमंडल का निर्माण हुआ. लगभग 3.8 अरब साल पहले, सूक्ष्मजीवों के रूप में महासागरों में जीवन की शुरुआत हुई. इस प्रकार, पृथ्वी का निर्माण कई चरणों और घटनाओं से जुड़ी एक लंबी और जटिल प्रक्रिया का परिणाम है.
Source : News Nation Bureau