नासा (NASA) का एक खास मिशन आर्टेमिस (Artemis) 29 अगस्त को चांद के लिए रवाना होगा. वो लंबे समय तक चांद की कक्षा में रहेगा, फिर वापस आ जाएगा. आर्टेमिस साल 1972 के बाद पहली बार साल 2025 में इंसानों को चांद की सतह पर ले जाएगा. साल 2025 के लक्ष्य को हासिल करने के लिए मिशन को आर्टेमिस नाम दिया गया है, जो ग्रीक पौराणिक कथा में अपोलो की बहन थी. अपोलो मिशन (Appolo Mission) चांद की सतह पर जाने वाला पहला अंतरिक्ष यान था. अब आर्टेमिस इंसानों को 1972 के बाद चांद की सतह पर ले जाने को तैयार है.
29 अगस्त को शाम 6 बजे कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्चिंग
जानकारी के मुताबिक, नासा 29 अगस्त को अमेरिका के फ्लोरिडा में कैनेडी स्पेस सेंटर के लॉन्च पैड 39बी से आर्टेमिस को लॉन्च करेगी. ये लॉन्चिंग भारतीय समयानुसार शाम 6 बजे की जाएगी. जिस पर पूरी दुनिया की नजर है.
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साल 2024 में पूर्ण चंद्र मिशन पर जाएगी आर्टेमिस
बता दें कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने चांद के दक्षिणी ध्रुवीय इलाके में 13 लैंडिंग एरिया की पहचान की है. इनमें से एक को आर्टेमिस के मिशन में लैंडिंग के लिए चुना जाएगा. आर्टेमिस साल 2024 में इंसानों को लेकर चंद्रमा पर जाएगा.
HIGHLIGHTS
- चांद पर मानव मिशन भेजने की तैयारी में नासा
- आर्टेमिस नाम का मिशन 29 अगस्त को होगा रवाना
- लंबे समय तक चांद की कक्षा में रहेगा आर्टेमिस, फिर वापस आ जाएगा