अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने नासा को निर्देश दिया है कि वह अपने स्पेस लांच सिस्टम (एसएलएस) रॉकेट और ऑरियन अंतरिक्ष यान, एक्सप्लोरेशन मिशन-1 (ईएम-1) की पहली मानवरहित उड़ान के साथ चालक दल के दो सदस्यों को जोड़ने की संभावना तलाशने से संबंधित अध्ययन शुरू करे।
नासा के कार्यवाहक प्रशासक रॉबर्ट लाइटफूट ने नासा के ह्यूमन एक्प्लोरेशन एंड ऑपरेशंस मिशन डायरेक्टोरेट के सहयोगी प्रशासक, विलियम गर्स्टनमायर को यह अध्ययन कराने की जिम्मेदारी सौंपी है और इसके अगले कुछ दिनों में प्रारंभ में पूरा होने की संभावना है।
नासा ने शनिवार को एक बयान में कहा कि इस आकलन में तकनीकी संभावना, जोखिम, लाभ, आवश्यक अतिरिक्त कार्य, आवश्यक संसाधनों और पहले मिशन में चालक दल के सदस्यों को जोड़ने से संबधित प्रभावों की समीक्षा की जाएगी।
यह भी पढ़ें: सौर मंडल से बाहर मिले सात नए ग्रह, नासा ने की पुष्टि, वैज्ञानिकों ने जताई पानी और जीवन की संभावना
प्रारंभ में ऑरियन की पहली उड़ान को मानवरहित मिशन के रूप में तय किया गया था। गर्स्टनमायर ने कहा, 'हमारी प्राथमिकता ऑरियन अंतरिक्ष यान और स्पेस लॉन्च सिस्टम रॉकेट के साथ सभी नियोजित खोज मिशनों को सुरक्षित और प्रभावी तरीके से संपन्न कराने की है। यह एक आकलन है, न कि निर्णय, क्योंकि ईएम-1 का प्राथमिक मिशन अपनी जगह एक मानवरहित उड़ान परीक्षण के रूप में बरकरार है।'
पिछले ही हफ्ते यह खबर भी आई थी कि नासा के कार्यवाहक प्रशासक ने अपने कर्मचारियों को 1972 के बाद पहली बार मानव को धरती की कक्षा से बाहर भेजने की योजना के काम में तेजी लाने का निर्देश दिया था।
यह भी पढ़ें: फेसबुक पोस्टों पर एक साल में आईं 300 अरब प्रतिक्रियाएं
(IANS इनपुट के साथ)
Source : News Nation Bureau