अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा शनिवार को वैश्विक समुद्र तल की निगरानी करने के लिए एक उपग्रह प्रक्षेपित करने के लिए तैयार थी. सेंटिनल -6 नाम का यह उपग्रह बढ़ते समुद्र के स्तर का दस्तावेजीकरण करने के नासा के 3 दशक लंबे काम को जारी रखेगा. इसके बाद 2025 में इस उपग्रह का काम इसका जुड़वां सेंटिनल-6 बी द्वारा किया जाएगा.
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शुक्रवार की रात को नासा ने एक बयान में कहा, "इस जोड़ी को वैश्विक समुद्री सतह की ऊंचाई मापने हमारे लगभग 30 साल लंबे रिकॉर्ड को आगे बढ़ाने का काम सौंपा गया है. उपग्रहों में लगे उपकरण वायुमंडलीय डेटा भी देंगे जो मौसम के पूवार्नुमान, जलवायु मॉडल और तूफान की ट्रैकिंग में सुधार करेंगे." पूर्व नासा अर्थ साइंस डिवीजन के निदेशक माइकल फ्रेइलिच के नाम पर यूएस-यूरोपीय उपग्रह को स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट पर अंतरिक्ष में ले जाने का कार्यक्रम निर्धारित किया गया था.
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बता दें कि उपग्रहों, एयरबोर्न मिशन, जहाजों के माप और सुपर कंप्यूटरों के जरिए नासा दशकों से समुद्र के स्तर में वृद्धि की जांच कर रहा है. वैश्विक समुद्र स्तर एक साल में लगभग 0.13 इंच (3.3 मिलीमीटर) बढ़ रहा है. 1992 में नासा द्वारा समुद्री की ऊंचाइयों को मापने के लिए अपना पहला उपग्रह मिशन शुरू करने के बाद से यह 30 प्रतिशत अधिक है.
नासा के प्रोग्राम मैनेजर विनोगड्रोवा शिफर ने कहा, "हम इस बड़े लक्ष्य को लेकर एकजुट हैं. समुद्र स्तर कई विभिन्न कारकों से प्रभावित होता है इसलिए हम सभी एंगल से इसे प्राप्त करने के लिए विशेषज्ञों के साथ काम कर रहे हैं."
Source : IANS