शीत युद्ध के खात्मे के बाद वर्चस्व की लड़ाई भले ही खत्म हो गई हो, लेकिन प्रतिस्पर्धा का रूप बदल गया है. संभवतः यही वजह है कि अमेरिका और रूस (Russia) एक ही अंतरिक्ष अभियान (Space Mission) में एक दूसरे का सहयोग करने को राजी हो गए हैं. अभी कुछ साल पहले तक रूस ने कई अमेरिकी अंतरिक्ष यात्रियों को अपने सोयुज यानों (Soyuz) के जरिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) में पहुंचाया है. अब नासा ने कहा है कि वह अगले सोयुज अभियान में एक सीट सुरक्षित करना चाहता है.
नासा चाहता है आईएसएस में एक सीट
नासा का कहना है कि वह अगले सोयुज अभियान में एक सीट सुरक्षित रखना चाहता है जिससे इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में अमेरिकी सदस्यों की मौजूदगी में बाधा पड़ने के जोखिम को कम से कम किया जा सके. अगर किसी वजह से नासा के अगले प्रक्षेपण कार्यक्रम में बाधा आई या वह टला तो यह जोखिम बढ़ सकता है. स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन स्पेस क्राफ्ट में आगामी 20 अप्रैल को अभियान के यात्री लौटेंगे.
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सोयुज होगा स्थानांतरित
अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) के तीन निवासी नए क्रू मेंबर्स (चालक दल) के आगमन की तैयारी के लिए अंतरिक्ष यान को स्थानांतरित करने के लिए 19 मार्च को सोयुज एमएस-17 में अपने कक्षीय पड़ोस के चारों ओर घूमेंगे. नासा ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि नासा के फ्लाइट इंजीनियर केट रूबिन्स और रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोसमोस के दोनों कमांडर सर्गेई रेजिकोव और सर्गेई कुद-सेवरचकोव पृथ्वी के सामने वाले हिस्से के स्टेशन के रैसवेट मॉड्यूल से अनडॉक (बाहर निकलना) होंगे और फिर से अंतरिक्ष के सामने वाले पोइस्क डॉकिंग पोर्ट पर डॉक करेंगे.
आईएसएस के तीन यात्री आएंगे वापस
स्थानांतरण एक अन्य सोयुज व्हीकल के डॉकिंग के लिए रास्वेट पोर्ट को मुक्त करेगा और यह नामित सोयूज एमएस-18 है, जो अगले महीने तीन अभियान 65 चालक दल के सदस्यों को स्टेशन तक ले जाएगा. नासा के मार्क वंदे हेई और रोस्कोसमोस के ओलेग नोवित्स्की और प्योत्र डबरोव नौ अप्रैल को कजाकिस्तान के बैकोनूर कोस्मोड्रोम से स्टेशन के लिए निकलने वाले हैं. यह 15वां समग्र सोयुज पोर्ट स्थानांतरण (रेलोकेशन) होगा और अगस्त 2019 के बाद पहला स्थानांतरण होगा. रूबिन्स, रेजिकोव और कुद-सेवरचकोव 17 अप्रैल को सोयुज एमएस-17 में पृथ्वी पर लौटेंगे, जिन्हें अक्टूबर 2020 में अंतरिक्ष स्टेशन पर पहुंचाया गया था.
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स्पेसएक्स पहुंचाया करेगा कॉस्मोनॉट्स को
नासा के स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट से कोई समस्या नहीं है, लेकिन इसके बाद बोइंग का सीएसटी-100 स्टारलाइन आईएसएस में यात्रियों को पहुंचाने का काम करेगा. इसके लिए यात्रियों की टेस्ट फ्लाइट मार्च में होगी जिसके बाद सितंबर में यात्रियों को आईएसएस पहुंचाया जाएगा. नासा का कहना है कि अनुभव बताता है कि नए प्रक्षेपण में अप्रत्याशित रुकावट आ सकती है जिससे कार्यक्रम के समय में बदलाव हो सकता है.
व्यावसायिक क्रू में आ सकती हैं अनापेक्षित रुकावटें
नासा का मानना है कि व्यवसायिक क्रू यानों में कुछ अनपेक्षित स्थितियों की वजह से रुकावट आ सकती है. नासा चाहता है कि वह मिश्रित क्रू यान भेजे जिसमें अमेरिकी एस्ट्रोनॉट सोयुज यान पर सफर करना जारी रखें जबकि रूसी कॉस्मोनॉट अमेरिकी व्यवसायिक उड़नों से सफर करें, जिससे दोनों देशों के हर उड़ान में कम से कम एक अमेरिकी और एक रूसी यात्री हो. इन सीटों का खरीदने के बजाए आपस में बदलने का काम हो.
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स्पेस क्रू-2 अभियान अगले ही माह
नासा में आईएसएस की कार्यकारी निदेशक रोबिन गैटेन्स का कहना है, 'हम नासा के अगले स्पेस क्रू-2 अभियान का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं और यह सुनिश्चित करना चाहते हैं के हम स्पेस स्टेशन का अधिकतम उपयोग कर सके लेकिन इसके साथ ही सोयुज के साथ एक अमेरिकी यात्री को भेज कर अपना जोखिम कम करना चाहते हैं. रोबिन ने बताया कि नासा की सोयुज सीट खरीदने की योजना नहीं है, जैसा कि वह पहले करता रहा है. वह इस पूरक क्रू परिवहन सेवा के बदले इसी तरह की सेवा देना चाहता है.
HIGHLIGHTS
- अमेरिकी संस्था नासा ने मांगी रूसी स्पेस स्टेशन में एक सीट
- 19 मार्च को सोयुज एमएस-17 में अपने कक्षीय पड़ोस में घूमेंगे
- बोइंग का सीएसटी-100 स्टारलाइन आईएसएस में यात्री पहुंचाएगा