विज्ञान फंतासी और उससे जुड़ी खबरों में दिलचस्पी रखने वाले टाइम कैप्सूल से भी परिचित होंगे. अंतरिक्ष से लेकर पृथ्वी के अलग-अलग हिस्सों में विकसित मानवता ने अपने समय-काल-खंड की बातों को बतौर इतिहास दर्ज करने के लिए टाइम कैप्सूल का इस्तेमाल किया है. टाइम कैप्सूल वास्तव में समय के साथ नष्ट नहीं होने वाली धातु के आयाताकार सिलेंडरनुमा बॉक्स होते हैं, जिसमें संस्थाएं अपने समय की खास बातों और फोटो को सहेज कर रखती हैं ताकि भविष्य में किसी को मिले तो वह समझ सके कि किसी दौर में पृथ्वी का जीवन कैसा था. टाइम कैप्सूल से सबक लेते हुए अंतरिक्ष विज्ञान से जुड़े अनेक मिशन के साथ कूट मैसेज भेजे जाते हैं. इस कड़ी में नासा (NASA) का मंगल ग्रह (Mars Mission) पर उतारा गया पर्सिवरेंस रोवर भी अछूता नहीं रहा. उसके साथ नासा के विज्ञानियों ने एक कूट मैसेज भी मंगल की धरती पर भेजा है.
पैराशूट में भेजा संदेश
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मंगल ग्रह पर अपना रोवर उतारने के लिए अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने जिस पैराशूट का उपयोग किया था, उसमें एक सीक्रेट मैसेज भी छिपा कर भेजा गया था. इस मैसेज के बारे में नासा की मंगल टीम के सिर्फ 6 सदस्यों को ही पता था कि इसमें क्या सीक्रेट संदेश है. ये संदेश नारंगी और सफेद रंग की पट्टियों के जरिए बनाया गया था. अब इंटरनेट पर लोग दावा कर रहे हैं कि उन्होंने इस कोड को ब्रेक कर लिया है. नासा के मार्स पर्सिवरेंस रोवर की टीम के सदस्यों को पहेलिया, क्रॉसवर्ड्स, पजल आदि बहुत पसंद हैं. सिस्टम इंजीनियर इयान क्लार्क चाहते थे कि पैराशूट पर कोई संदेश दिया जाए, लेकिन इसमें संदेश क्या लिखा जाए, कैसे लिखा जाए. क्या साफ-सुथरा लिख दें या उसकी सीक्रेट कोडिंग कर दें.
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इस तरह दर्ज किया गया सीक्रेट मैसेज
इयान सीक्रेट मैसेज का विचार दो साल पहले लेकर टीम के सामने पहुंचे. टीम के प्रमुख छह सदस्यों को पसंद आया. इसके बाद फैसला लिया गया कि 70 फीट व्यास के पैराशूट पर संदेश क्या लिखा जाएगा. तब इयान ने कहा 'Dare Mighty Things' लिखते हैं. सवाल था कि इसकी कोडिंग क्या करें. तब इयान ने पैराशूट के ऊपर नारंगी और सफेद रंग की पट्टियों को बाइनरी कोड में बदला. इयान ने बाइनरी कोड में पैराशूट के ऊपर 'Dare Mighty Things' लिखा. इयान ने ही मिशन के लिए जीपीएस कॉर्डिनेट्स को शामिल किया था. इयान ने बताया कि जब मैंने यह विचार लोगों के साथ शेयर किया तो सब रोमांचित हो गए थे. हमने नायलॉन से बने पैराशूट पर बाइनरी कोडिंग की. हमने पहले उसका कंप्यूटर डिजाइन तैयार किया. फिर उसी तरह से पैराशूट को बनवाया गया.
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति से है संबंध
यह अलग बात है कि नासा के वैज्ञानिकों की ओर से भेजा गया सीक्रेट मैसेज जल्द ही सार्वजनिक भी हो गया. इयान ने बताया कि लांचिंग के कुछ ही घंटों में इस मिशन के प्रशंसकों ने इसके बाइनरी कोड को तोड़ दिया. थोड़ा निराश होते हुए वह रोमांचित शब्दों में कहते हैं कि अगली बार मैं थोड़ा ज्यादा क्रिएटिव होने की कोशिश करूंगा, ताकि इतनी जल्दी कोड तोड़ा न जा सके. 'Dare Mighty Things' लाइन को पूर्व राष्ट्रपति थियोडोर रूजवेल्ट ने कहा था. ये लाइन जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी का मंत्र है.
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अभी और सामने आएंगी हैरान करने वाली बातें
मार्स पर्सिवरेंस रोवर पर एक धातु की पट्टी लगी है, जिसमें पिछले सारे मार्स मिशन की बढ़ते क्रम में छोटी-छोटी तस्वीरें लगी हुई हैं. इस मिशन के डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर मैट वालेस ने बताया कि इस मिशन में कई छिपे हुए ईस्टर एग्स हैं. ये तब दिखाई देंगे जब मार्स रोवर का 7 फीट लंबा रोबोटिक आर्म खोला जाएगा. ये रोबोटिक आर्म खुलने के बाद जब रोवर के नीचे के हिस्सों की तस्वीरें लेगा तब कई और नए खुलासे होंगे. फिलहाल रोवर को एक ही स्थान पर रखा गया है. जब यह चलना शुरू करेगा, तब और कई हैरान करने वाली जानकारियां सामने आएंगी.
HIGHLIGHTS
- मार्स रोवर को मंगल पर उतारने वाले पैराशूट में छिपा है मैसेज
- बाइनरी कोड के जरिये नासा के विज्ञानियों में भेजा संदेश
- इस कूट संदेश का पूर्व अमेरिका राष्ट्रपति से है गहरा संबंध