Ola Maps and Google Map : जी हां, Ola ने हाल ही में Google Map का यूज करना बंद कर दिया है और अब वह अपने खुद के डेवलप किए गए "Ola Maps" का यूज करेगा. Ola का यह कदम स्वदेशी नवाचार को बढ़ाना है. इस ऐप से Ola के प्लेटफार्म पर ज्यादा कंट्रोल रखा जाएगा. ओला का यह कदम अपने प्लेटफार्म पर ज्यादा कंट्रोल और बेहतर यूजर अनुभव प्रोवाइट कर से इस उद्देश्य से किया गया है. हालांकि, यूजर्स को नए सिस्टम के साथ समायोजित होने में कुछ समय लग सकता है.
Ola Map से जुड़ी कुछ जानकारी
1 -Ola Map का न्यू स्टार्टअप: ओला ने अपना खुद का मैप्स ओला डेवलप किया गया है, जो कंपनी को अपने प्लेटफार्म पर ज्यादा फ्रीडम देती है.
2 - बेहतर इंटीग्रेशन: ओला मैप्स को ओला के ट्रांसपोर्टेशन और डिलीवरी सर्विस के साथ बेहतर तरीके से इंटीग्रेट किया गया है.
3 - डेटा प्राइवेसी और सुरक्षा: अपने खुद के मैपिंग सिस्टम का यूज करने से ओला अपने यूजर्स के डेटा की प्राइवेसी और सुरक्षा पर बेहतर कंट्रोट रख सकती है.
लोकलाइजेशन: ओला मैप्स को भारतीय यूजर्स की जरूरतो और स्थानीय परिवहन सिस्टम को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है.
Ola मैप्स से मिलने वाले फायदे
1 - सटीक रूटिंग: बेहतर रूटिंग एल्गोरिदम के साथ, ओला मैप्स यूजर्स को ज्यादा सटीक तरीके और समयानुसार ट्रैफिक अपडेट प्रोवाइट करता है.
2 - ऑफलाइन सपोर्ट: यह ऐप ऑफलाइन नेविगेशन सपोर्ट के साथ आता है, जो गूगल मैप्स में सीमित था.
3 - कस्टम फीचर्स: ओला मैप्स में विशेष कस्टम फीचर्स हो सकते हैं जो ओला के यूजर्स के लिए विशेष रूप से डिजाइन किया गया हैं.
Ola मैप्स को होने वाली चुनौतियां
शुरुआत में, ओला मैप्स की विश्वसनीयता और सटीकता गूगल मैप्स के मुकाबले कम हो सकती है, क्योंकि गूगल मैप्स को कई सालों का अनुभव और डेटा बैकिंग मिला हुआ है. यूजर्स को नए मैपिंग सिस्टम के साथ अनुकूल होने में समय लग सकता है.
Ola गूगल मैप्स और माइक्रोसॉफ्ट एज्योर का यूज बंद करके अपने खुद के ओला मैप्स लाने से काफी फायदे में है. बता दें कि इससे कंपनी को सालाना 100 करोड़ रुपये की बचत हो सकती है.
Source : News Nation Bureau