केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान को मजबूत करने और तेज करने के लिए बैच परीक्षण और कोविड के टीके जारी करने के लिए एक और प्रयोगशाला को मंजूरी दी। एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।
मंत्रालय ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एनिमल बायोटेक्नोलॉजी (एनआईएबी), हैदराबाद को कोविड-19 टीकों के परीक्षण और लॉट रिलीज के लिए केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला (सीडीएल) के रूप में मंजूरी दी और अधिकृत किया।
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने एनआईएबी को सीडीएल के रूप में अधिसूचित करने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय को एक मसौदा अधिसूचना प्रस्तुत की थी।
भारत में कोविड-19 टीकाकरण वितरण के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करने के लिए 11 नवंबर, 2020 को कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई। मंत्रालयों और विभागों जैसे जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी), विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) और वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) को स्वास्थ्य मंत्रालय को यह बताने के लिए कहा गया कि क्या उनकी किसी प्रयोगशाला को सीडीएल के रूप में इस्तेमाल करने के लिए परिवर्तित किया जा सकता है।
उचित विचार-विमर्श के बाद डीबीटी ने इस उद्देश्य के लिए दो प्रयोगशालाओं- एनआईएबी और नेशनल सेंटर फॉर सेल साइंसेज, पुणे का प्रस्ताव रखा। इन दोनों प्रयोगशालाओं के उन्नयन के लिए प्राइम मिनिस्टर केयर्स ट्रस्ट से फंड की व्यवस्था की गई है।
एनसीसीएस, पुणे को इस वर्ष 28 जून को सीडीएल के रूप में अनुमोदित किया गया था।
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Source : IANS