Right Handed People: दुनिया के 90% लोग सीधे हाथ से हैं लिखते, जानें दिमागी साइंस का क्या है ये झोल

एक आंकड़े के मुताबिक दुनिया के 90% लोग लिखते समय सीधे हाथ का इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में चलिए जानते हैं कि आखिर क्या है इसके पीछे का साइंस और कैसे इस बात का ताल्लुक हमारे दिमाग और DNA से है.

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Gaveshna Sharma
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hipster right hand writing on notebook free photo

दुनिया के 90% लोग सीधे हाथ से हैं लिखते, जानें दिमागी साइंस का ये झोल( Photo Credit : Social Media)

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Right Handed People: अधिकतर लोग जब अपने दैनिक कामों को करते हैं तो दाहिने हाथ (Right Hand) का इस्तेमाल करते हैं. हालांकि यह एक ह्यूमन नेचर है जिसके बारे में लोग ज्यादा नहीं जानते हैं. आपको बता दें कि इसके पीछे एक साधारण सा विज्ञान मौजूद है. एक आंकड़े के मुताबिक दुनिया के 90% लोग लिखते समय सीधे हाथ का इस्तेमाल करते हैं. इसके पीछे 2 कारण हैं, एक तो है हमारा दिमाग और दूसरा है हमारा DNA. आइए दिमाग खोल देने और नॉलेज बढ़ाने वाली इस खबर के बारे में विस्तार से जानते हैं. 

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यह मामूली बात तो जानते ही होंगे आप 
यह तो लगभग हर किसी ने किताबों में पढ़ा ही होगा कि हमारे दिमाग का Left भाग हमारे शारीर के Right हिस्से और अंगो को कंट्रोल करता है और हमारे दिमाग का Right भाग हमारे शारीर के Left हिस्से और अंगो को कंट्रोल करता है. आसान शब्दों में समझें तो जब भी हम किसी भी नई भाषा को बोलना या फिर लिखना सीखते हैं तो उस स्थिति में हमारे दिमाग का left वाला भाग का काफी ज्यादा इस्तेमाल होता है.

ज्यादातर लोगों के सीधे हाथ से लिखने का कारण
दरअसल हमारे दिमाग की सबसे पहली प्राथमिकता है कम से कम ऊर्जा खर्च करके ज्यादा से ज्यादा काम करना. ज्यादातर लोगों के दिमाग में ऊर्जा प्रबंधन यानी energy management की कला होती है. Left hand से लिखने की स्थिति में अगर हमारा दिमाग सभी भाषा के डाटा को प्रोसेस करके right हिस्से वाले दिमाग में ट्रान्सफर करता है और फिर right side वाला दिमाग उन सिग्नल्स को समझ कर हमारे left hand को लिखने का आदेश देता है तो इस पूरी ही प्रक्रिया में अतिरिक्त उर्जा और समय लगता है. इसी अतिरिक्त उर्जा और समय को बचाने के लिए ज्यादातर स्थिति में हमारा दिमाग परोक्ष रूप से (indirectly) हमें मजबूर करता है कि हम सीधे हाथ से ही लिखें.

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कुछ लोगों के बाएं हाथ से लिखने के कारण 
Scientific American की एक रिपोर्ट के मुताबिक बाकी बचे लगभग 10% लोग लिखते समय बाएं हाथ यानी left hand का इस्तेमाल क्यों करते हैं. दरअसल बचपन में बहुत से लोगों के दिमाग में energy management के पैटर्न विकसित नहीं होते हैं. इस वजह से उनका दिमाग कभी भी उन्हें Indirectly मजबूर नहीं करता कि वो right hand से लिखें. इस तरह के लोग अधिकतर कामों को Left Hand से ही करते हैं, या फिर किसी भी हाथ से कुछ भी करने में सक्षम होते हैं. उन्हें किसी एक हाथ के इस्तेमाल की बाध्यता नहीं होती है.

Left handed या Right handed होने में DNA का योगदान
साल 2012 में USA में की गई एक रिसर्च के अनुसार ये बात पूरी तरह से साफ हो चुकी है कि अगर किसी बच्चे के माता-पिता दोनों ही अगर right handed होते हैं तो उस बच्चे के left handed होने की संभावना मात्र 9% ही होती है और यदि माता पिता में से कोई एक left handed और दूसरा right handed होता है तो संभावना बढ़ कर 19% हो जाती है. इसके अलावा यदि माता-पिता दोनों ही left handed हों तो बच्चे के left handed होने की संभावना 26% हो जाती है.

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