कोरोना संक्रमण (Corona Epidemic) से जंग के बीच भारत-चीन सीमा खासकर लद्दाख (Ladakh) और पूर्वी सिक्किम (Sikkim) में तनाव चरम पर है. इस बीच '3 इडियट्स' फिल्म के प्रणेता सोनम वांगचुक समेत विभिन्न क्षेत्रों के लोकप्रिय चेहरों के आह्वान पर चीनी एप्स को डिलीट करने की मुहिम जबर्दस्त गति से तेज हो गई है. इस काम में मदद कर रहा भारतीय एप 'रिमूव चाइना एप' अपनी लांचिंग के कुछ ही दिनों में 50 लाख से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है. इसकी मदद से चीनी एप (Chinese App) को भारतीय अपने-अपने मोबाइल से डिलीट (Delete) कर रहे हैं. चीनी एप के खिलाफ भारत में तेजी से बनते माहौल को देख चीन एक बार फिर अपने 'आक्रामक' रवैये पर उतर आया है. चीन सरकार के आधिकारिक प्रवक्ता अखबार 'ग्लोबल टाइम्स' ने तो धमकी दे डाली है कि अगर भारत चीन से द्विपक्षीय संबंधों को ऐसे ही खराब होने देती है, तो उसे बीडिंग प्रशासन से जैसे को तैसा वाले अंदाज में सजा मिलने से कोई नहीं रोक सकता है.
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गूगल प्ले स्टोर पर 4.9 रेटिंग
सोनम वांगचुक के आह्वान के बाद तो भारत में इन दिनों मोबाइल फोन से चीनी एप हटाने का दावा करने वाला 'रिमूव चाइना एप' काफी लोकप्रिय हो रहा है. कुछ ही हफ्तों में इसे 50 लाख से अधिक बार डाउनलोड किया जा चुका है. यह एप, देश में भारत-चीन सीमा पर बढ़ते तनाव और चीन के वुहान से फैलनी शुरू हुई कोविड-19 महामारी चलते आम जनजीवन को हो रहे नुकसान से पनप रही चीन विरोधी भावनाओं के बीच लोकप्रिय हो रहा है. पिछले महीने की 17 तारीख को जारी किये गए 'रिमूव चाइना एप' के जरिये टिकटॉक, यूसी ब्राउजर जैसे कथित चीनी एप को डिलीट किया जा सकता है. गूगल प्ले स्टोर पर इसे 1.89 लाख रिव्यू और 4.9 स्टार मिले हैं. एप को बनाने वाले 'वन टच ऐप लैब्स' का दावा है कि इसे शैक्षिक उद्देश्यों के लिये बनाया गया है ताकि किसी एप को बनाने वाले देश का पता लगाया जा सके. कंपनी की वेबसाइट के अनुसार वह जयपुर में स्थित है. डेवलपर्स व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए एप का उपयोग करने का इरादा नहीं रखते हैं.
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'चीन ने दी धमकी'
भारत-चीन सीमा विवाद और चीनी एप के धड़ाधड़ तरीके से डिलीट होते देख चीन के अखबार 'ग्लोबल टाइम्स' की रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि यह सॉफ्टवेयर भारत के जिस इंजीनियर ने बनाया है वह चीन की एक कंपनी में काम करता था और उसे कोरोना वायरस की महामारी के दौरान नौकरी से निकाल दिया गया. 'ग्लोबल टाइम्स' का कहना है कि इंजीनियर भारत में बने चीन-विरोधी माहौल का फायदा उठा रहा है और यह सॉफ्टवेयर सीमा विवाद के बीच भारत और चीन के रिश्तों के लिए खराब हो सकता है. 'ग्लोबल टाइम्स' ने चेतावनी तक दे डाली कि है कि अगर भारत सरकार चीन-विरोधी भावनाओं को द्विपक्षीय संबंधों को खराब करने देती है तो बीजिंग से उसे 'जैसे को तैसे' की सजा मिल सकती है. अखबार से बातचीत में बीजिंग के एनालिस्ट लिउ डिंगडिंग ने दावा किया है कि भारत में इस भावना से चीनी कंपनियों पर कुछ असर नहीं होगा क्योंकि 'मेड इन इंडिया' की पहल बिना चीनी उत्पादन के कुछ नहीं कर सकती.
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गूगल प्ले स्टोर पर 4.9 रेटिंग
17 मई को गूगल प्ले पर लाइव होने वाले इस एप को अभी तक 50 लाख से ज्यादा यूजर्स डाउनलोड कर चुके हैं. गूगल प्ले पर इस एप को 4.9 रेटिंग के साथ अधिकतर पॉजिटिव रिव्यूज मिले हैं. इस एप को 'वन टच एपलैब्स' ने बनाया है. इसका दावा है कि यह जयपुर की कंपनी है और इसकी डोमेन ओनर साइट के अनुसार इसकी वेबसाइट 8 मई को बनाई गई. यह एप गूगल प्ले स्टोर पर डाउनलोड करने के लिए मुफ्त उपलब्ध है. खास बात है कि एप को इस्तेमाल करने के लिए लॉगइन की जरूरत नहीं होती और यूजर्स अपने एंड्रॉयड फोन में चीनी एप्स को पहचानने के लिए स्कैन का विकल्प चुन सकते हैं. भारत-चीन सीमा विवाद के बीच इस एप को सिर्फ 10 दिनों में 10 लाख लोगों ने डाउनलोड कर लिया है. चाइनीज एप्स को स्मार्टफोन से डिलीट करने वाला ये एप कुछ ही दिनों में टॉप डाउनलोड एंड्रॉयड टूल्स में शामिल हो गया है.
HIGHLIGHTS
- चीनी एप को हटाने वाला भारतीय एप तेजी से हो रहा लोकप्रिय.
- भारतीयों द्वारा चीनी एप को डिलीट करने की गति से बीजिंग में हड़कंप.
- 'ग्लोबल टाइम्स' ने दी मोदी सरकार को जैसा को तैसा अंदाज में धमकी.