अब से प्रीपेड मोबाइल फोन का खर्च हर महीने 20 से 25 प्रतिशत तक बढ़ जाएगा. देश की बड़ी-बड़ी प्राइवेट टेलिकॉम कंपनियों ने अपनी सेवाएं महंगी कर दीं. भारत की लगभग हर प्राइवेट टेलीकॉम कंपनी ने अपने प्रीपेड टैरिफ प्लान 20 से 25 प्रतिशत तक महंगे कर दिए हैं. भारत में मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या 100 करोड़ है और इन 100 करोड़ उपभोक्ताओं में से 95 करोड़ प्रीपेड प्लान का ही इस्तेमाल करते हैं.
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पिछले हफ्ते एयरटेल ने प्रीपेड प्लान के दाम 20 से 25 प्रतिशत तक बढ़ाने की घोषणा की थी, इसके बाद Vodafone Idea ने भी अपने प्रीपेड प्लान के दाम 25 प्रतिशत तक बढ़ा दिए और अब Reliance Jio ने भी अपने प्रीपेड प्लान को 21 प्रतिशत महंगा कर दिया है. यानी अगर आप इनमें से किसी भी कंपनी का सिम कार्ड इस्तेमाल करते हैं तो आपको कॉलिंग और DATA के लिए पहले से ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे.
बता दें कि, एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया और रिलायंस जिओ के प्रीपेड टैरिफ प्लान के नए दाम लागू हो चुके हैं. गौरतलब है कि साल 2016 में रिलायंस जिओ ने भारत में बहुत कम दामों में अपनी सेवाएं शुरू की थीं, इसके बाद तीन सालों में ही इस कंपनी के यूजर्स की संख्या 40 करोड़ तक पहुंच गई. जिसके चलते दवाब में आकर बाकी की प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों को भी अपने प्लान सस्ते करने पड़े, जिससे इन कंपनियों का घाटा जबरदस्त तरीके से बढ़ गया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसी साल सितंबर में एयरटेल को 763 करोड़ रुपये और वोडाफोन आइडिया को 7 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ था.
दाम बढ़ाने को लेकर कंपनियों ने ये तर्क सामने रखा है कि इससे उनका घाटा कम होगा और ये कंपनियां 5G टेक्नोलॉजी में निवेश कर पाएंगी. इसके अलावा एयरटेल और वोडाफोन आइडिया पर भारत सरकार के 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा पैसे बकाया हैं. जिन्हें इन्हें वापस करना है और दाम बढ़ने के पीछे ये भी एक बड़ी वजह है. सबसे ज्यादा हैरानी की बात ये है कि रिलायंस जिओ जैसी जो कंपनी सबसे सस्ती सेवाओं के वादे के साथ बाजार में आई थी, अब उसने भी अपने प्लान महंगे कर दिए हैं.