अर्थव्यवस्था को समृद्ध करने में बिग डेटा और विश्लेषण की विशाल संभावना को पहचानते हुए इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय देश में डेटा एक्सचेंजों की स्थापना पर और इसके नफे-नुकसान पर विचार कर रहा है। मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के संयुक्त सचिव गोपालकृष्णन एस. ने यहां उद्योग चेंबर फिक्की द्वारा आयोजित 'बिग डेटा एंड एनालिटिक्स कॉनक्लेव' में कहा, 'डेटा एक्सचेंज स्थापित करने की जरूरत है और आईटी मंत्रालय इस पर विचार कर रहा है।'
गोपालकृष्णन ने कहा कि यूजर्स को अलग-अलग एप्स के साथ अपना डेटा साझा करने वक्त सावधानी बरतनी चाहिए। उन्होंने कहा कि धोखाधड़ी का पता लगाने से लेकर सड़कों पर ट्रैफिक प्रबंधन, किसानों को फसलों के उत्पादन का अनुमान बताने से लेकर डॉक्टरों को बीमारी की सटीक पहचान करने में मदद करने ले लेकर बिग डेटा और एनालिटिक्स जीवन की कई समस्याओं को सुलझा सकता है।
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उन्होंने कहा, 'यूजर्स स्मार्टफोन और अन्य डिवाइस का प्रयोग कर डेटा को अस्तित्व में लाते हैं। लेकिन, डेटा संचालित अर्थव्यवस्था में नागरिकों की निजता की रक्षा करने के लिए एक कानून बनाने की जरूरत है।'
Source : IANS