पूर्वी लद्दाख (Ladakh) की गलवान घाटी (Galwan Valley) में भारत-चीन सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi) की कूटनीति समेत आर्थिक मोर्चाबंदी चीनी कंपनियों को भारी पड़ने लगी है. खासकर चीनी एप्स (Chinese Apps) पर प्रतिबंध के बाद टिकटॉक और हैलो एप की मूल कंपनी को लगभग 45 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. भारतीय बाजार के जरिये बड़े लाभ कमाने की योजना पर काम कर रही टिकटॉक ने ऐसे में अब चीन से पल्ला झाड़ने का मन बना लिया है. खासकर इन खबरों के बीच कि अमेरिका (America) भी टिकटॉक पर प्रतिबंध लगा सकता है, कंपनी अपना बोरिया बिस्तर चीन से समेटने पर गंभीरता से विचार कर रही है.
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30 फीसदी यूजर्स भारत में
टिकटॉक की मूल कंपनी बाइटडांस (ByteDance) अपने मुख्यालय को चीन से बाहर शिफ्ट करने की योजना पर गंभीरता से विचार कर रही है. गौरतलब है कि दुनिया में टिक टॉक के कुल यूजर्स में तीस प्रतिशत भारत में हैं. भारत में इस एप को करीब 60 करोड़ से ज्यादा डाउनलोड किया गया है. अपने एप की लोकप्रियता को देखते हुए बीते साल बाइटडांस कंपनी ने भारत में बड़े स्तर पर विस्तार किया था. कंपनी भारत को अपने लिए टॉप ग्रोथ देश के रूप में देख रही थी, लेकिन एप पर प्रतिबंध के बाद हो रहे नुकसान की भरपाई करने के लिए ByteDance कंपनी का पुनर्गठन करने का विचार कर रहा है.
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अमेरिका में भी हो सकता है टिकटॉक बैन
इस बीच ऐसी खबरें आ रही हैं कि अमेरिका भी भारत की देखा-देखी टिकटॉक एप पर प्रतिबंध लगा सकता है. अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने खुद इस एप पर प्रतिबंध लगाने का संकेत दिए हैं. इस खतरे को देखते हुए बाइटडांस कंपनी अपने टिक टॉक व्यवसाय के कॉर्पोरेट ढांचे में बदलाव की सोच रही है. गौरतलब है कि भारत ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए चीन के 59 एप को प्रतिबंधित कर दिया था. एप बैन करने से चीन की एक ही कंपनी को 45 हजार करोड़ के नुकसान की आशंका जताई जा रही है. चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक बाइटडांस को 6 बिलियन डॉलर का नुकसान हो सकता है.
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प्रबंधन बोर्ड का नये सिरे से गठन भी संभव
चर्चा है कि कंपनी के वरिष्ठ अधिकारियों ने कॉर्पोरेट के सामने चीन के बाहर नया हैडक्वार्टर और प्रबंधन बोर्ड के गठन का प्रस्ताव रखा है. उन्होंने कहा कि 'हम अपने यूजर्स की गोपनीयता और सुरक्षा की रक्षा करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं क्योंकि हम एक ऐसा मंच बनाते हैं जो रचनात्मकता को प्रेरित करता है और दुनिया भर के लाखों लोगों के लिए खुशी देता है. हम अपने यूजर्स, वर्कर, कलाकारों के हित को देखते हुए आगे कोई कदम उठाएंगे.
HIGHLIGHTS
- मोदी सरकार के चीनी एप पर प्रतिबंध से बौखलाई हैं चीनी कंपनियां.
- टिकटॉक औऱ हेलो की मूल कंपनी चीन से पल्ला झाड़ने की कोशिश में.
- ग्लोबल टाइम्स के अनुसार अकेले टिकटॉक से 45 हजार करोड़ का नुकसान.